गुना के हनुमान टेकरी मंदिर में हुई डकैती का पुलिस ने अब जाकर पर्दाफाश किया है। दरअसल राजस्थान की कालबेलिया गैेंग ने महिलाओं के कपड़ों में आकर इस डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। बता दें कि इस मामले की छानबीन में करीब 500 CCTV को खंगाला गया था। इसके बाद 20 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई थी, लगातार 20 दिन मेहनत करने के बाद पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया।
कब मिला क्लू
जब मामले की जांच की गई तो घटना का पहला क्लू 14 दिन के बाद मिला, जो कि सिर्फ 6 सेकेंड का CCTV फुटेज था। इस क्लू को हासिल करने के लिए पुलिस को करीब 150 किलोमीटर में लगे करीब 500 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने पड़े थे। क्लू मिलने के बाद पुलिस ने डकैतों को सिर्फ एक हफ्ते में पकड़ लिया। बता दें कि मामले में 3 आरोपी बाबूलाल, शंकर और मोती सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इनमें से एक आरोपी सुनार है जो चांदी को गलाकर ईट बना रहा था। हालांकि अभी दो आरोपी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
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ये सामान किया बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से हनुमान जी का चांदी का मुकुट, पर्वत, छत्र, एक गदा, चरण पादुका, हृदय भूषण, सिद्ध बाबा का चांदी का त्रिपुंड, दुर्गा माता का चांदी का मुकुट और चौकीदार का मोबाइल बरामद किया है। बता दें कि पूरे माल की कीमत करीब नौ लाख है।
पुलिस को मिलेगा इनाम
इस डकैती का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी। SP संजीव कुमार सिन्हा ने इसके लिए SIT टीम ( SIT team ) को गठित किया था। इसमें दो DSP रैंक के अफसर, दो TI समेत आरक्षकों को शामिल किया गया था। इधर, एसपी ने कहा कि आईजी द्वारा घोषित 30 हजार का इनाम भी पुलिस टीम को दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य कोई नागरिक पुलिस को सम्मानित कर इनाम देगा तो नहीं लेंगे।
किसने की थी चोरी
पुलिस को मिले 6 सेकेंड के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदेही बाबूलाल से पूछताछ की गई, तो पहले तो उसने इनकार कर दिया। इसके बाद जब उसके बाएं पैर की उंगलियों का मिलान टेकरी के सीसीटीवी फुटेज से किया गया, जो मंदिर के गर्भगृह में घुसने वाले एक आरोपी से मिल रही थीं तो उसने वारदात कबूल करते हुए बताया कि हनुमान टेकरी में डकैती उसने अपने 5 भाइयों के साथ मिलकर डाली थी।
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कहां छुपाए थे गहने
जानकारी के मुताबिक डकैतो ने चोरी किए गए गहनों को घर के पीछे गाड़ कर रखा था। इसके बाद जब वहा आरक्षक ( constable ) पहुंचे तो उस समय वो आरोपी एक सुनार के साथ मिलकर चांदी के आभूषणों को गला रहा था और सिल्ली बनाई जा रही थी। आरक्षकों के पहुंचने पर बदमाशों को शक हो गया था और उन्होंने गहने घर के पीछे गाड़ दिए थे।
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