आपके पापा का फ्रेंड हूं, पैसे भेजो... इंस्पेक्टर की बेटी ठगी का शिकार

शातिर साइबर ठग अब पुलिस वालों के परिवार को भी ठगी का शिकार बना रहे हैं। मामला ग्वालियर से सामने आया है जहां ठगों ने पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी से करीब 88 हजार रुपए ऐंठ लिए। जानें ठगों ने धोखाधड़ी को कैसे दिया अंजाम।

Advertisment
author-image
Vikram Jain
New Update
gwalior-cyber-fraud-police-officers-daughter-scam

प्रतिकात्मक फोटो।

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

देशभर में साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साइबर फ्रॉड बुजुर्ग से लेकर पढ़े लिखे लोगों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। लोगों का डर और लापरवाही शातिर जालसाजों की ताकत बनी हुई है, साइबर फ्रॉड नई-नई तरीकों से ठगी कर लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं। अब ठगी का हैरान करने मामला ग्वालियर से सामने आया है। जहां साइबर ठगों ने पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी को निशाना बनाया और करीब 88 हजार रुपए ऐंठ लिए। जानें ठगों ने धोखाधड़ी को कैसे दिया अंजाम। 

इस तरह दिया ठगी को अंजाम... 

बताया जा रहा है कि साइबर ठगी की हैरान करने वाली घटना कंपू स्थित पुलिस रेजीडेंसी में रहने वाली स्नेहा (19) के साथ हुई। स्नेहा के पिता ग्वालियर पुलिस में इंस्पेक्टर हितेंद्र सिंह राठौर हैं। स्नेहा के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने व्यक्ति ने खुद को उनके पिता का दोस्त बताते हुए कहा कि वह बाद में स्नेहा के पिता से बात करेंगे। कुछ समय बाद उसी नंबर से फिर से कॉल आया, और कॉल कटने के बाद स्नेहा ने उस नंबर पर वापस कॉल किया। इस बार फोन उठाने वाले सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि उनके पिता से बात करें, और स्नेहा ने उनकी बात मानते हुए बातचीत की।

पापा को रुपए की तुरंत जरूरत, जल्दी भेजो...

कुछ देर बाद, फोन पर दूसरे व्यक्ति ने स्नेहा से कहा कि उनके पिता को 90 हजार रुपए की तुरंत आवश्यकता है और वह उन्हें PhonePe के जरिए ऑनलाइन पेमेंट कर दे, इतना सुनते ही स्नेहा ने बिना किसी शक के तुरंत 87 हजार 794 रुपए सामने वाले खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब स्नेहा ने बाद में अपने पिता हितेंद्र सिंह राठौर से इन रूपयों को लेकर पूछा, तो सामने आया कि कि उनके साथ ठगी हुई है। घटना से पिता और बेटी दोनों सन्न रह गए।

मैनें कोई पैसे नहीं मांगे

ऑनलाइन पैसे भेजने के बाद स्नेहा ने पिता इंस्पेक्टर हितेंद्र सिंह राठौर इस बारे में बात की तो पिता ने कहा कि कौन से पैसे ट्रांसफर किए गए थे। स्नेहा ने बताया कि आपके एक दोस्त ने पैसे भेजने के लिए कहा था। लेकिन जब पिता हितेंद्र सिंह ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी से भी रुपए नहीं मांगे थे, तो स्नेहा को यह समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुकी हैं। स्नेहा ने ठग का फोन आते ही अपने पिता से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने पूरी बात सुने बिना फोन काट दिया। अगर वह पूरी बात सुनते तो शायद ठगी का शिकार होने से बच सकते थे।

पुलिस विभाग में हड़कंप, जांच शुरू

पुलिस वाले के बेटी से ठगी की घटना सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मामले को लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। मामले की तुरंत जांच शुरू की गई। 

मामले की जांच में जुटी पुलिस

एएसपी आयुष गुप्ता ने कहा कि ठगी की जानकारी प्राप्त करने के लिए बैंक से जानकारी ली जा रही है। मामले में केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा, मोबाइल नंबर की भी पूरी डिटेल मंगाई गई है। पुलिस ने दो टीमें बनाई हैं जो ठगों को पकड़ने के लिए जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया कि स्नेहा ने ठग का फोन आते ही अपने पिता से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने पूरी बात सुने बिना फोन काट दिया। अगर वह पूरी बात सुनते तो शायद ठगी का शिकार होने से बच सकते थे।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस ठगी की घटना ने पुलिस महकमे को भी चौंका दिया है, क्योंकि यह एक संवेदनशील मामला है और साइबर ठगों के द्वारा पुलिस परिवार को भी नहीं छोड़ा गया। अब पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस तरह के अपराधों को जल्द से जल्द रोका जाए और ठगों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

साइबर ठगी मामला साइबर अपराध ग्वालियर पुलिस PhonePe ठगी पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी से ठगी ग्वालियर न्यूज MP साइबर पुलिस Gwalior Police साइबर ठगी Cyber ​​fraud मध्य प्रदेश ठग