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ग्वालियर में क्राइम ब्रांच पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग और बैटिंग रैकेट (Online Betting Racket) का खुलासा किया है। यहां चर्चित महादेव सट्टा एप की तर्ज पर 'श्रीराम बुक बी-साइट' बनाकर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा था। महादेव सट्टा एप गैंग 2.0 ने 500 वेबसाइट के माध्यम से सट्टा चलाते हुए एक महिने में 6 करोड़ की कमाई। क्राइम ब्रांच पुलिस ने विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के महलगांव क्षेत्र में फ्लैट्स पर दबिश देते हुए ऑनलाइन गेमिंग-बैटिंग के इंटर स्टेट रैकेट के 16 सटोरियो को गिरफ्तार है।
जांच में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में सामने आया है कि इस गिरोह का सरगना अमन शर्मा ऑनलाइन गेम खिलाने के लिए 500 से भी ज्यादा साइट्स चला रहा था। जिनके माध्यम करोड़ों का सट्टा लगाया जाता था। फर्जी तरीके से खोले गए बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ है। एक महीने में 45 खातों में 6 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया गया। यह गिरोह सरकारी बिल्डिंग में फ्लैट किराए पर लेकर सट्टे का कारोबार चला रहे थे। लोगों से रोजाना लाखों रुपए का लेनदेन कर रहा था।
क्राइम ब्रांच पुलिस की छापामार कार्रवाई
दरअसल, ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने महलगांव की सरकारी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के अलग-अलग फ्लैट्स में छापामार करते हुए ऑनलाइन गेमिंग और बैटिंग रैकेट के सरगना अमन शर्मा समेत गिरोह के 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से 45 बैंक पासबुक, 133 डेबिट कार्ड, 22 चेक बुक, 4 आईफोन, 27 मोबाइल, लेपटॉप, कैश गिनने की मशीन, प्रिंटर, पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं। जब्त सामान की कीमत 10 लाख रुपए आंकी गई है। आरोपियों में दतिया निवासी अमन शर्मा इस ऑनलाइन बैटिंग-गेमिंग गिरोह का सरगना है। गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों में दिल्ली और बिहार के रहने वाले युवक भी शामिल हैं।
रोजाना 20 लाख रुपए कमा रहा था अमन
सीएसपी आयुष गुप्ता ने बताया कि गैंग का सरगना अमन पहले कॉफी की दुकान चलाता था। इसके बाद अमन ने ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़कर कई राज्यों में ऑनलाइन सट्टे का कारोबार (Gambling Business) फैलाया। वह सट्टे के लिए करोड़ों में लेनदेन करने लगा। अमन से बरामद 45 बैंक खातों में सिर्फ एक महिने में ही 6 करोड़ का लेनदेन हुआ है। वह एक दिन में 20 लाख रुपए तक कमा रहा था।
पुलिस रिमांड में हो सकते अहम खुलासे
जांच में यह भी सामने आया है कि अमन छह महीने से किराए का फ्लैट लेकर सट्टा खिला रहा था। लोगों को लालच देकर ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर पैसा हड़पा जा रहा था। ऑनलाइन सट्टा चलाने में अमन शर्मा का साथी दर्शन त्रिपाठी मदद करता था। पुलिस के अनुसार, दर्शन त्रिपाठी महादेव एप से संबंधित अन्य नामों वाली वेबसाइटों के लिए एजेंट तैयार करता था। पुलिस ने अब अमन से साथी दर्शन की तलाश तेज कर दी है। सीएसपी आयुष गुप्ता ने बताया ऑनलाइन गेमिंग-बैटिंग को लेकर सभी आरोपियों को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
ऐसे फैलाया ऑनलाइन बैटिंग रैकेट
पुलिस ने बताया कि करोड़पति बनने के लिए अमन शर्मा एक साल पहले ऑनलाइन सट्टे के कारोबार से जुड़ा था। शुरुआत में एजेंट बनकर अमन कमीशन पर सट्टा खिलवाने लगा। इसके बाद जून 2024 में कुछ दोस्तों के साथ मिलकर 5 लाख रुपए में ऑनलाइन बैटिंग एप के जरिए सट्टा खिलवाने का काम शुरू किया। आरोपी अमन महलगांव में ऑनलाइन गेमिंग की 500 से भी ज्यादा साइट्स के माध्यम से सट्टा संचालित कर रहा था।
फर्जी बैंक अकाउंट्स से किया लेनदेन
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने ऑनलाइन बैटिंग रैकेट का खुलासा किया है। आरोपियों को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। कार्रवाई के दौरान आरोपियों से फर्जी तरीके से खोले गए बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन मिला है। यह खाते कैसे खोले गए और कैसे ऑपरेट हो रहे थे, इसको लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को लेटर लिखा जा रहा है।
सैलरी पर बेरोजगारों को दिया काम
इंटर स्टेट ऑनलाइन बेटिंग रैकेट के खिलाफ हुई कार्रवाई में गिरफ्तार सभी युवक 20 से 25 साल हैं, सभी पढ़े-लिखे और बेरोजगार हैं। गैंग के सरगना अमन ने युवको को 20 हजार से ज्यादा की महीने के सैलरी पर रखा था। साथ ही इन लोगों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था भी की थी। यह सभी युवकों के तकनीकी ज्ञान है और सोशल मीडिया और कंप्यूटर को लेकर जानकारी रखते हैं।
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