हरदा ब्लास्ट हादसा : पटाखा फैक्ट्री मालिक की अचल सम्पत्ति हुई नीलाम

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में 11 लोगों की जान गई थी और 100 के करीब लोग घायल हुए थे। हादसे के लिए फैक्ट्री का मालिक जिम्मेदार था। वह बिना अनुमति के फैक्ट्री का चला रहा था।

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Marut raj
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भोपाल.  हरदा की पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट ( Harda firecracker factory blast / Harda blast ) हादसा मामले में बड़ा अपडेट सामाने आया है। हादसे के लिए जिम्मेदार पटाखा फैक्ट्री मालिक की संपत्तियों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंगलवार  2 अप्रैल को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ( National Green Tribunal )  यानी एनजीटी ( NGT) के आदेश का पालन करते हुए तहसीलदार कोर्ट ने संपत्तियों को नीलाम किया। इसके तहत ब्लास्ट के आरोपी राजेश पिता नंदलाल एवं सोमेश पिता नंदलाल अग्रवाल की संपत्तियों की नीलामी की कार्रवाई की गई।

69 लाख की प्रॉपर्टी के मिले पौने तीन करोड़

 कलेक्टर आदित्य सिंह के अनुसार दोनों हरदा ब्लास्ट के आरोपियों की अचल सम्पत्ति के 24 खसरा नंबर हैं। इसका सरकारी गाइडलाइन के अनुसार कुल मूल्य 69 लाख 41 हजार 984 रुपए है। इसके विरुद्ध 2 करोड़ 65 लाख 42 हजार रुपए की उच्चतम बोली प्राप्त हुई। कलेक्टर ने बताया कि आरोपियों की अचल सम्पत्ति में से दो खसरे ग्राम रहटाखुर्द में खसरा नंबर 160/18 तथा वार्ड क्रमांक 5 हरदा में स्थित नजूल सीट क्रमांक 10 बी प्लाट नंबर 74 के लिए फिलहाल किसी ने बोली नहीं लगाई है। इस अचल सम्पत्ति का शासकीय गाइडलाइन अनुसार मूल्य 1 करोड़ 54 लाख 85 हजार 875 रुपए है तथा बाजार मूल्य लगभग 3 करोड़ 99 लाख 50 हजार रुपए है।

7 दिन में फिर नीलामी

कलेक्टर आदित्य सिंह के अनुसार जिस सम्पत्ति की मंगलवार को बोली नहीं लगाई गई, उसकी नीलामी की कार्रवाई आगामी 7 दिन में फिर से की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन भूमियों पर उच्चतम बोली प्राप्त हो गई है, उसे जिला स्तर पर गठित दल की ओर अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

11 लोगों की हुई थी मौत

इसी साल फरवरी महीने में हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में अचानक बड़ा धमाका हुआ था। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट इतना तीव्र था कि इससे पूरा शहर हिल गया था। धमाके के बाद भीषण आग ने पटाखा फैक्ट्री को घेर लिया। हादसे के लिए पटाखा फैक्ट्री का मालिक जिम्मेदार था। वह नियमों की अनदेखी कर फैक्ट्री का संचालन कर रहा था। 

पेटलावद के घाव हरे हो गए थे

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट ने 9 साल पहले पेटलावट में हुए हादसे के जख्म हरे कर दिए थे। पेटलावद ब्लास्ट ( Petlawad Blast ) में 79 लोगों ने जान गंवाई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

पेटलावद में 2015 में हादसा हुआ था। एक मकान में अवैध रूप से जिलेटिन रॉड और डेटोनेटर रखा था। उसमें ब्लास्ट हुआ, जिसकी चपेट में कई लोग आए और लाशों का ढेर लग गया। विस्फोट में मुख्य आरोपी भी मारा गया था।

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