कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा विदिशा में चल रही है। कथा 7 दिन चलनी थी, लेकिन 7 दिवसीय कथा का बुधवार 3 जुलाई को समापन कर दिया। पंडित मिश्रा ने व्यास पीठ से चौथे दिन ही कथा समाप्ति का ऐलान कर दिया। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत हो गई है। उसी को देखते हुए 7 दिन चलने वाली कथा का समापन 4 दिन में ही कर दिया।
क्या कहा पंडित प्रदीप मिश्रा ने
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि पिछले चार दिनों बारिश हो रही है जिसकी वजह से कथा स्थल के आसपास अव्यवस्था हो गई है। पानी भरा हुआ है, कीचड़ हो रहा है, जिसकी वजह से भक्तों को परेशानी हो रही है। किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो, इसलिए कथा को समाप्त किया जाता है। इस दौरान हाथरस की घटना का भी उन्होंने जिक्र किया। उन्होंने हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताया और जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी।
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6 जुलाई को कथा का समापन होना था
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा 30 जून ( रविवार ) से सागर-भोपाल बायपास स्थित गिरधर कॉलोनी में शुरू हुई थी, जिसका समापन 6 जुलाई को होना था। पहले दिन ही पंडित प्रदीप की कथा सुनने के लिए हजारों श्रद्धालु आए थे। हाल यह था कि दोपहर 1 बजे के पहले ही एक लाख वर्गफीट में बना पंडाल भर गया, इसके बाद पंडाल के बाहर भी लोगों की भीड़ नजर आई थी। लोग पंडाल के बाहर भी कथा सुन रहे थे। कथा के दौरान पानी गिर रहा था जिसके बाद भी भक्त पंडाल के बाहर कथा सुन रहे थे।
कथा में बेहाल व्यवस्था
बरसात का मौसम है ऐसे में गिरधर कॉलोनी में व्यवस्थाएं सही नहीं है, क्योंकि कॉलोनी के चारों तरफ खेत हैं जिससे कथा के पंडाल में काफी कीचड़ हो रही है। लोगों को बैठने की जगह तो छोड़िए खड़े होने की जगह नहीं है। बारिश के कारण पंडाल के खाबो में भी करंट उतर सकता है।
धीरेंद्र शास्त्री ने भी दिया था आमंत्रण
बाबा ने एक्स पर एक वीडियो को शेयर कर कहा, श्रृद्धापूर्वक 4 जुलाई के उत्सव के लिए दूर-दूर से आ रहे बागेश्वर धाम से जुड़े लोग हमारे प्रियजन हैं। हमारी एक प्रार्थना अगर आप मानो, तो अपार प्रशंसा होगी। खूब व्यापक व्यवस्था की थी। लेकिन 1 तारीख से ही जन समुदाय और बागेश्वर धाम के पागलों का मेला बहुत ज्यादा लग गया और भीड़ बहुत ज्यादा पहुंच गई। आप लोगों के सुरक्षा के भाव को दृष्टिगत रखते हुए, जो जहां हैं वहीं से उत्सव मनाएं। घर बैठकर हनुमान चालीसा और वृक्षारोपण करके उत्सव मनाएं।
गुरु पूर्णिमा पर भक्तों को आमंत्रण
वहीं दूसरी ओर 21 जुलाई को भक्तों को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धाम आने का आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर योजनाबद्ध तरीके से 30 से 40 एकड़ की जगह पर व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। ताकि, श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। अन्नपूर्णा रसोई भी होगी, जिससे श्रद्धालुओं को कोई समस्या नहीं होगी।
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