BHOPAL. मध्य प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी की घोषणा का इंतजार लंबा होता जा रहा है। पीसीसी चीफ भी रविवार रात तक सूची आने की उम्मीद जता रहे थे जबकि अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी रविवार को ही नए पदाधिकारियों के नाम सामने आने की उम्मीद थी। हालांकि, आलाकमान की हरी झंडी और पूरा दिन बीतने के बाद भी कार्यसमिति की नई सूची पीसीसी (PCC ) नहीं पहुंची। नई कार्यकारिणी की घोषणा की आस में रविवार को दिनभर पीसीसी में खासी चहल-पहल बनी रही थी लेकिन सूची नहीं आई। सोमवार को भी पीसीसी में नए पदाधिकारियों के नाम जानने के लिए वरिष्ठ नेताओं के चेंबरों में अंदर और बाहर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा। अब चर्चा है कि अब दिवाली से पहले किसी शुभ मुहूर्त पर नए पदाधिकारियों के नाम की घोषणा की जा सकती है।
कैसे बताएं कहां अटकी लिस्ट
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की ताजपोशी को करीब 10 महीने बीत चुके हैं। इस बीच लोकसभा चुनावों के कारण नई कार्यकारिणी की घोषणा बार-बार अटकती चली आ रही हैं। करीब एक सप्ताह से अचानक पीसीसी की नई कार्यसमिति को लेकर हलचल बढ़ गई थीं। प्रदेश कार्यालय के कक्षों के अलावा कांग्रेस नेताओं और विधायकों के बंगलों में नई कार्यकारिणी में अपने खेमों को मजबूत रखने की कवायद चल रही थी। नेताओं के चेंबरों के बाहर भी चर्चाओं का दौर गरमाया हुआ था। रविवार को पीसीसी चीफ भी नई कार्यसमिति की घोषणा को लेकर कॉन्फिडेंट नजर आ रहे थे। हांलाकि शाम ढलते-ढलते पीसीसी से कार्यकर्ताओं का मजमा छंटता चला गया और देर रात तक सूची की कोई खबर सामने नहीं आई। सोमवार को पीसीसी में दिग्गज नेता भी सूची की खोज-खबर लेते दिखे। यानी उन्हें भी पता नहीं चल पा रहा कि आखिर सूची अटकी क्यों है।
फार्मूला तय, सब क्लीयर फिर भी देरी
प्रदेश कांग्रेस को बीते 10 माह से नई कार्यकारिणी का इंतजार है। नए प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद अब तक पुराने पदाधिकारी कार्यवाहक की भूमिका में काम कर रहे हैं। यानी फिलहाल कांग्रेस कार्यकारी पदाधिकारियों के सहारे काम कर रही है। इसी वजह से इन महीनों में बार-बार नई कार्यसमिति और नए पदाधिकारियों को दायित्व सौंपने की मांग उठ रही थी। लोकसभा चुनाव में हार के कारण पटवारी अंडर प्रेशर थे। वे पार्टी के सभी गुटों में सामंजस्य बनाकर चल रहे थे। उनके द्वारा बीते दिनों में प्रदेश भर से सक्रिय कार्यकर्ता का चयन किया है। इनमें से ज्यादातर टीम पटवारी का हिस्सा होंगे। पीसीसी चीफ द्वारा टीम के जो फार्मूला तैयार किया है उस पर एआईसीसी ( AICC ) पहले ही ठप्पा लगा चुकी है। यानी मामला आलाकमान स्तर पर भी क्लीयर हो चुका है।
शुभ मुहुर्त का हो रहा इंतजार
उधर कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है एआईसीसी से लेकर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं तक कहीं कोई विरोधाभास नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के नए पदाधिकारियों की जो सूची आने वाली है उसमें सभी गुट और प्रमुख नेताओं की सहमति है। सूची में SC-ST और OBC को 80 फीसदी जगह दी गई है। यहीं नहीं पीसीसी की पहले जंबो जेट कार्यसमिति में सक्रियता के आधार पर 80 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को मिलेंगे। 25 फीसदी हिस्सेदारी महिला वर्ग को भी दी गई है। कार्यसमिति की घोषणा में देरी का कोई कारण नहीं है। दिवाली से ठीक पहले किसी शुभ मुहुर्त में कार्यकारिणी की घोषणा से भी इंकार नहीं किया जा सकता। संभवतया एक-दो दिनों में कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक