Indore : मप्र की राजनीति को हिला देने वाले सबसे चर्चित कांड हनी ट्रैप के मुख्य फरियादी और पीड़ित इंदौर नगर निगम के पूर्व इंजीनियर हरभजन सिंह का निधन हो गया है। उनका निधन रीवा में हुआ है। प्रांरभिक खबरों के अनुसार निधन की वजह हार्ट अटैक आना रहा है। रीवा में उनका पैतृक निवास है। रीवा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पलासिया थाने पर कराई थी FIR
सिंह ने तत्कालीन कमलनाथ सरकार के समय में पलासिया थाने में केस दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि कुछ युवतियों द्वारा वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। इसके बाद मामला भोपाल तक पहुंचा। इंदौर और भोपाल पुलिस ने इसमें एक के बाद एक चार युवतियों व अन्य को गिरफ्तार किया। वहीं सिंह के खिलाफ भी दुष्कर्म संबंधी शिकायत हुई। इस पूरे कांड के बाद सिंह निलंबित भी हुए और उन्हें अटैच कर रीवा भेज दिया गया।
अभी तक कोर्ट में जारी है हनी ट्रैप कांड
साल 2019 में यह कांड चर्चा में आया था, इसमें सिंह ने बताया था कि इंदौर के दो होटल में एक रूम में समय-समय पर उनके वीडियो बनाए गए और फिर 3 करोड़ रुपए की डिमांड की गई। जब युवतियों को पकड़ा गया था, उनके पास भारी मात्रा में सीडी, पैनड्राइव व मोबाइल में वीडियो पाए गए। इसमें कई सीनियर अधिकारियों के साथ ही नेताओं के वीडियो होने की बात कही गई। लेकिन इन नामों का खुलासा नहीं किया गया। हालांकि कुछ और हाईप्रोफाइल लोगों के नाम युवतियों के बयान और चालान में लिए गए हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी आरती, मोनिका, श्वेता (पति विजय), श्वेता (पति स्वप्निल), बरखा को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया। अभिषेक ठाकुर, रूपा भी आरोपी हैं। इन सभी की बाद में जमानत हो गई।
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