संजय गुप्ता, INDORE. सभी बोर्ड, आयोग, मंडल, प्राधिकरण से राजनीतिक नियुक्तियां रद्द होने के बाद एक बार फिर इंदौर विकास प्राधिकरण प्रशासनिक कंट्रोल में आ गया है। जयपाल सिंह चावड़ा की विदाई के बाद शुक्रवार को मप्र शासन ने संभाग मुख्यालय में संभागायुक्तों को चार्ज लेने के आदेश जारी कर दिए थे। शेष जगह पर जिला कलेक्टरों को यह जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद शनिवार को आईडीए पहुंचकर संभागायुक्त इंदौर मालसिंह ने औपचारिक तौर पर पद संभाल लिया।
आईडीए सीईओ प्रभार भी बदला
उधर, आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार के मसूरी एकदमी में इंडक्शन ट्रेनिंग कार्यक्रम में जाने से 29 मार्च तक के लिए उनका प्रभार आईएएस और अपर कलेक्टर गौरव बैनल को दे दिया गया है। इसी तरह पीएससी की उपसचिव राखी सहाय भी ट्रेनिंग पर जा रही हैं, उनका प्रभार अपर परीक्षा नियंत्रक निधि राजपूत को दिया गया है।
मध्यप्रदेश शासन का आदेश...
नेताओं के पास कम ही रहा है आईडीए
संभागायुक्त माल सिंह आईडीए के 35वें चेयरमैन हो गए हैं। अब तक 34 चेयरमैन बन चुके हैं। इनमें से सिर्फ 8 बार ही राजनीतिक चेयरमैन की नियुक्ति हो सकी है। राजनीतिक नियुक्ति नहीं होने पर प्रशासक ही चेयरमैन होता है।
लालवानी को ही दो बार मिला चेयरमैन पद
1977 में गठित हुए इस प्राधिकरण को 47 साल हो चुके हैं, इसमें भी राजनीतिक बोर्ड तो और भी कम बने। चेयरमैन के रूप में सिर्फ सांसद शंकर लालवानी ही दो बार नियुक्त किए गए। इसमें भी एक बार वे अकेले ही रहे, एक बार संचालक मंडल गठित हुआ।
अभी तक इन नेताओं ने संभाला चेयरमैन का पद
देवीसिंह राठौर, शिवदत्त सूद, नंदलाल माटा, पं.कृपाशंकर शुक्ला, मधु वर्मा, शंकर लालवानी (दो बार), जयपाल सिंह चावड़ा।
अधिकारी जो चेयरमैन-प्रशासक बने
एसआर फणसे, बीजी नाइक, केडी बल्लाल, आरके खन्ना, एनआर कृष्णन, डीवाय मुनव्वर, पीके मेहरोत्रा, वीएन कौल, एपीके जोगी, एसके सूद ( दो बार ), एससी कंसल, एलएन मीणा, विजयसिंह ( दूसरी बार ), नन्हेंसिंह, एके सिंह, इकबाल अहमद, राम सजीवन (दो बार), बसंतप्रताप सिंह, प्रभात पाराशर, संजय दुबे, राघवेंद्र कुमार सिंह, आकाश त्रिपाठी, डॉ. पवनकुमार शर्मा और अब मालसिंह।