INDORE : इंदौर में शुक्रवार 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडाजी के जन्मदिवस पर जनजाति गौरव दिवस मानाया गया। होलकर साइंस कॉलेज में यह आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में जनजाति समाजजन उपस्थित थे। इस दौरान विशाल शोभा यात्रा भी निकली।
पारंपरिक वेशभूषा में आए समाजजन
सुबह दस बजे से ही नगर की अनेक बस्तियों से अपनी पारंपरिक वेशभूषा में छोटे बड़े समूह में लोग आए। लोकगीतों पर थिरके और लोकसंगीत की थाप पर लयबद्ध आनंद नृत्य हुआ। आयोजन स्थल पर जगह जगह लगे जनजाति समाज के महापुरुषों के चित्र आकर्षण का केन्द्र रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं भगवान बिरसा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
अतिथियों ने यह कहा
अपने उद्बोधन में मुख्य वक्ता शहीद समरसता मिशन के राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण गिरी ने कहा कि- भारत की गौरवशाली धर्म-संस्कृति की रक्षा के लिए जनजाति समाज का अतुलनीय योगदान रहा है। जनजाति समाज ने सदियों से प्रकृति पर्यावरण के संरक्षण के लिए अपना सर्वस्व समर्पित किया है। जनजाति समाज ने भारत के विभिन्न स्थानों पर लोक-हितैषी शासन को चलाया है। कुछ सालों से हमारे इतिहास एवं आस्था को लेकर एक झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा है। समाज को समझदारी से इसे समाप्त करना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात शिक्षाविद डॉक्टर सुशील कुमार सोमानी थे तथा विशेष अतिथि महामण्डलेश्वर 1008 दादूजी महाराज एवं समाजसेवी टीकम गर्ग थे।
कार्यक्रम की जानकारी दी
कार्यक्रम को लेकर अनिता मास्कुले ने जनजाति विकास मंच की गतिविधियों की जानकारी के साथ भगवान बिरसा मुंडा के जीवन वृतान्त का परिचय दिया। संचालन डॉक्टर अनुराग पनवेल ने किया ,स्वागत आशीष कटारा ने किया तथा आभार सोनल दरबार ने व्यक्त किया। मंचीय कार्यक्रम के पश्चात सभास्थल में उपस्थित जनसमूह विशाल शोभा यात्रा के रूप में निकला तथा भंवरकुंआ चौराहे पर स्थित जननायक टन्ट्या मामा की प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की।
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