INDORE. इंदौर की महू तहसील के चोरल गांव में फार्महाउस में अलसुबह हुई स्लैब गिरने की घटना और पांच मजदूरों की मौत के मामले में प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन कराने के साथ ही इसकी जांच भी करा ली है। जांच में पाया गया है कि यह फार्महाउस वैध है और सभी तरह की मंजूरियां है। निर्माण के दौरान की गई चूक के कारण यह स्लैब गिरा और यह दुर्घटना हुई।
घटना वाले दिन ही वहां सोने पहुंचे थे मजदूर
घटना वाले दिन ही मजदूर वहां सोने पहुंचे थे। इसके पहले वह अन्य जगह सोते थे। पूछताछ में सामने आया है कि मजदूरों को उस दिन अधिक उमस, गर्मी लग रही थी, फिर सभी ने बात की और हाल ही में बने स्लैब के नीचे सोने चले गए। यह स्लैब लोहे के एगंल पर सीमेंट डालकर बनाया था, जबकि सीमेंट नहीं डाली जाती है और प्लायवुड से बनाया जाता है। रात में बारिश हुई और एंगल वह बोझ नहीं सह सके और स्लैब नीचे गिर गई, जिससे मौत हुई।
इन्होंने ली थी मंजूरी
यह फार्महाउस की जमीन इंदौर के विशाल डबकरा की है। यहां की 4170 वर्गमीटर जमीन में से 599 वर्गमीटर जमीन पर रिसोर्ट और कॉफी हाउस बनाने के लिए पंचायत से मंजूरी ली थी जो अप्रैल 2024 में मिली। सात ही टीएंडसीपी से भी अनापत्ति थी। यह मंजूरी ममता पति कन्हैयालाल डेम्बला, अनाया पिता भरत डेम्बला और विहाना पति जतिन डेम्बला के नाम पर ली गई थी। मंजूरी के बाद निर्माण काम शुरू हुआ था। मौके पर कोई अवैध निर्माण नहीं पाया गया।
पीएम हुआ, रेडक्रास से मदद की
कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा दिए गए आदेश के तहत महू प्रशासन और पुलिस द्वारा तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। जेसीबी और अन्य सामग्री पहुंची, लेकिन स्लैब में दबने से किसी को बचाया नहीं जा सका। एसडीएम सीएस हुड्डा ने कलेक्टर के निर्देश पर सभी व्यवस्थाएं की और फिर सभी बॉडी की पीएम कराया गया। प्रशासन द्वारा रेडक्रास से भी मदद की गई। साथ ही फार्महाउस की मंजूरी के भी सभी दस्तावेज जांचे गए। उधर सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी शोक जताने के साथ ही तत्काल राहत राशि की भी घोषणा की।
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