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Indore Collector continuously Photograph: (thesootr)
Indore. इंदौर में राजस्व कामों में सामने आ रही अधीनस्थों की लापरवाही पर कलेक्टर आशीष सिंह ने एक बार फिर सख्त रूख दिखाया है। शनिवार को राजस्व कामों की समीक्षा बैठक में तीन तहसीलदारों के 15-15 दिन के वेतन को राजसात करने के आदेश दिए। वहीं साफ कहा कि इंदौर में हैं तो काम तो करना ही होगा।
यह बोले कलेक्टर
कलेक्टर ने बैठक के बाद कहा कि इंदौर नंबर वन है और सरकारी योजनाओं में भी नंबर वन रहना है। यहां काम की मात्रा अधिक है लेकिन इंदौर से अपेक्षा भी रहती है। इसलिए सभी को साफ कहा गया है कि काम तो करना होगा, आफिस समय के अलावा सुबह हो रात हो, शनिवार या रविवार की छुट्टी हो लगातार काम करन है और हर योजना में नंबर वन बनना है। उन्हें खुद भी करना है और अधीनस्थों से भी कराना है और इसके लिए मानसिक तौर पर तैयार रहना होगा।
बैठक में यह हुआ
बैठक में कलेक्टर सिंह ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गति लाएं। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी पूर्ण गंभीरता के साथ अपनी जवाबदारी का निर्वहन करें और समय-सीमा में राजस्व प्रकरण निराकृत करें। अभियान में लापरवाही और उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर क्षेत्र में इंदौर के अव्वल रहने की गौरवशाली परंपरा को कायम रखा जाए।
तीन तहसीलदारों के वेतन राजसात
कलेक्टर ने राजस्व अभियान में उदासीनता बरतने पर तीन तहसीलदारों के 15-15 दिन के वेतन को राजसात करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अभियान के निराकरण में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बताया गया कि अभियान के तहत अविवादित तथा विवादित नामांतरण, बटवारा और सीमांकन के समय बाह्य प्रकरणों के निराकरण के लगभग सभी लक्ष्य पूरे हो गए हैं। सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह दिन-प्रतिदिन के लक्ष्य तय कर उसे अगले 7 दिन में पूरा करें।
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