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इंदौर में लव जिहाद में फंडिंग करने को लेकर आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर कलेक्टर आशीष सिंह ने रासुका लगा दी है। जिला प्रशासन की तरफ से मंगलवार को इसके संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। आरोपी कादरी पर कुल 19 केस दर्ज हैं। कुछ दिन पूर्व सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी अनवर कादरी उर्फ डकैत पर कार्रवाई करने को लेकर अधिकारियों को खुली छूट दी थी। सीएम ने दो टूक कहा था कि डकैत हो या डकैत का बाप हो सबसे निपटना हम जानते हैं।
यह आदेश जारी किया कलेक्टर ने
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने अनवर कादरी उर्फ डकैत पिता असलम कादरी निवासी 44 सदर बाजार को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में निरूद्ध करने के आदेश जारी किए हैं। अनवर कादरी उर्फ डकैत के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में 19 अपराध पंजीबद्ध हैं। अनवर कादरी उर्फ डकैत लंबे समय से अपराधिक गतिविधियों में संलग्न है।
यह लिखवाई थी पीड़िता ने एफआईआर
पीड़िता ने खजराना पुलिस को बताया था कि पहले पति दिनेश से तलाक हो गया था। इससे लड़का है। इसके बाद शाहनवाज पटेल ने श्याम पटेल नाम बताया था, उससे शादी हुई और शादी के बाद लड़की हुई। शाहनवाज उसके भाई व पिता ने मेरे लड़के का खतना करा दिया।
इनके खिलाफ हुआ केस दर्ज
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर शाहनवाज पटेल पिता सलीम, पटेल पटेल नगर खजराना इंदौर, सोहेल पटेल पिता सलीम पटेल और सलीम पटेल तीनों पर बीएनएस की धारा 118(2), 24 व 75 जेजे एक्ट में केस दर्ज किया था।
अनवर कादरी, मोहसिन के मामले में भी आ चुके सामने
इंदौर में हाल के समय में ही कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी द्वारा मुस्लिम युवकों को हिंदू युवतियों से शादी के लिए फंडिंग करने का मामला सामने आया है। इसमें कादरी फरार है और 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित हो चुका है। वहीं मोहसिन का भी मामला सामने आया था, जिसमें शूटिंग एकेडमी की आड़ में कई हिंदू युवतियों का शोषण किया गया, उस पर आठ केस दर्ज हो चुके हैं।
द सूत्र ने निकाले थे डकैत का आपराधिक केस
द सूत्र ने कादरी के केस की रिकार्ड निकाले तो, चौंकाने वाले तथ्य मिले थे। कादरी पर एक दो नहीं बल्कि 19 केस दर्ज हैं। इसको लेकर द सूत्र ने ही सबसे पहले मुद्दा उठाया था कि अभी तक पुलिस प्रशासन ने इस पर रासुका क्यों नहीं लगाई। ताजा 19वां केस बाणगंगा थाने में हुआ है। जिसमें वह फरार है और दस हजार का ईनाम घोषित हुआ है। यह केस दो मुस्लिम युवकों को हिंदू युवतियों को फंसाने, शादी करने के एवज में एक और दो लाख रुपए की फंडिंग करने का है।
अनवर कादरी को इसलिए कहते हैं डकैत
अनवर डकैत पर आमर्स एक्ट, घर में घुसकर हमला करने, हत्या के प्रयास, दंगा, मारपीट, जान से मारने की धमकी, डकैती जैसी गंभीर धाराओं में केस हुए हैं। साल 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस हुआ और इस पर बाद में कई केस घर में घुसने के हुए। साथ ही वसूली जैसी कई गंभीर शिकायतें हुई इसके चलते नाम डकैत पड़ गया।
यह है डकैत पर अभी तक दर्ज 19 केस
1996- महाकाल उज्जैन थाना- डकैती का केस
1997- खजराना थाने में दो केस, मारपीट का और आमर्स एक्ट का, संयोगितागंज थाने में मारपीट का
1998- खजराना थाने में फिर आमर्स एक्ट का और जूनी इंदौर थाना में मारपीट, जान से मारने की धमकी और आमर्स एक्ट, संयोगितागंज थाने में आमर्स एक्ट
2002- संयोगितागंज में हत्या के प्रयास का और दूसरा घर में घुसने, जान से मारने की धमकी
2006- संयोगितागंज में मारपीट, जान से मारने की धमकी
2009- संयोगितागंज में हत्या के प्रयास, दंगा आदि धाराओं में
2010- सदर बाजार में दंगा कराने, जान से मारने की धमकी धाराएं
2014- चंदननगर में मप्र नगर निगम एक्ट
2019- चंदननगर में नगर निगम एक्ट
2020- सदर बाजार में जान से मारने की धमकी, मारपीट
2022- सराफा- शासकीय काम मे बाधा, मारपीट व अन्य धाराएं
2024- सदर बाजार- घर में घुसकर हमला करने व अन्य धाराओं में
2025- सदर बाजार- बीएनएस 196 (1)(1) में, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे, वहीं अब बाणगंगा थाने में लव जिहाद के लिए फंडिंग का केस हुआ है।
कांग्रेस का पार्षद पति, पार्षद का देवर सभी घिरे हुए
वहीं सवाल यह भी उठता है कि आखिर कांग्रेस किन अपराधियों को संरक्षण दे रही है। सीएम ने भी कहा कि कांग्रेस के सभी नेता जमानत पर हैं। कादरी के केस से सीएम ने पूरी कांग्रेस को निशाने पर ले लिया है। हाल ही में कांग्रेस पार्षद के देवर का अफीम की फैक्ट्री में नाम आ चुका है तो वहीं एक कांग्रेस पति भी खजराना थाने में वसूली के लिए फोन पर धमकी दिलाने के मामले में जांच के लिए नोटिस पा चुके हैं। वहीं प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के दोनों भाई भरत व नाना के साथ जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव पर भी केस हो चुका है, जिसमें तीनों अभी तक पुलिस गिरफ्तर में नहीं आए हैं और तलाश जारी है। इसके बाद अब खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर भी एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
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