इंदौर के डेली कॉलेज में प्रीफेक्टोरियल बोर्ड ने संभाला दायित्व, नेतृत्व की नई राह पर स्टूडेंट्स
डेली कॉलेज में प्रीफेक्टोरियल बोर्ड के शपथ ग्रहण समारोह में छात्रों को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी गई। समारोह में डेली कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. गुनमीत बिंद्रा ने मूल्यों और सत्यनिष्ठा की महत्वता पर जोर दिया।
INDORE. डेली कॉलेज की ऐतिहासिक प्रीफेक्ट प्रणाली ने एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए 2025-26 की प्रीफेक्टोरियल बोर्ड को विधिवत दायित्व सौंप दिया है। डीबीए ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में बच्चों ने पूर्ण निष्ठा और आत्मविश्वास के साथ लीडरशिप स्वीकार की।
यह परंपरा सम्मान के साथ जिम्मेदारी अनुशासन और आत्म-नेतृत्व का दायित्व देती है। डेली कॉलेज में यह प्रणाली छात्र जीवन को नेतृत्व, सेवा और नैतिकता के साथ जोड़ती है।
शपथ ग्रहण के दौरान मंच पर खड़े हर बच्चे की आंखों में अपने संस्थान, साथियों और खुद के भविष्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के सपने थे। वहीं, मंच के सामने बैठे अभिभावकों की आंखों में गर्व की चमक थी। शिक्षकों के चेहरों पर अपने छात्रों की उड़ान को देख आत्मसंतोष नजर आया।
समारोह की मुख्य अतिथि व डेली कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.गुनमीत बिंद्रा ने कहा, पद से पहले मूल्यों की पहचान जरूरी है। सत्यनिष्ठा और ईमानदारी वही दो सिद्धांत हैं, जो हर लीडरशिप को विश्वसनीय बनाते हैं।
कार्यक्रम में हाउस मास्टर्स, सीनियर टीचर्स और छात्र समुदाय की भागीदारी रही। नए प्रिफेक्ट्स ने शपथ के साथ वचन दिया कि वे डेली कॉलेज की गरिमा को हर मोर्चे पर बनाए रखेंगे।
क्या है प्रीफेक्टोरियल बोर्ड?
प्रीफेक्टोरियल बोर्ड छात्रों को ऐसा ग्रुप होता है, जिसे स्कूल के अनुशासन, आयोजनों और लीडरशिप से जुड़ी जिम्मेदारियों के लिए चुना जाता है। इसमें हेड बॉय, हेड गर्ल, हाउस कैप्टन, कल्चरल, स्पोर्ट्स और डिसिप्लिन प्रीफेक्ट्स जैसे पद होते हैं। ये छात्र पूरे साल बाकी साथियों के लिए उदाहरण बनकर काम करते हैं। इंदौर के डेली कॉलेज | इंदौर डेली कॉलेज