INDORE : देश में एक-दो बार नहीं बल्कि लगातार सात बार सफाई में नंबर वन आने वाले इंदौर में चौंकाने वाली बात सामने आई है। सफाई को अब लोग हल्के में ले रहे हैं और खुले में गंदगी, यूरिन तक करने लगे हैं। इसे लेकर निगमायुक्त शिवम वर्मा ने सफाई को लेकर एकदम सख्त रुख अपना लिया है और इसमें कोई कोताही सहन नहीं की जा रही है। इसमें भारी अर्थदंड ठोका गया है। वहीं कचरा फैलाने, सार्वजनिक जगह थूकने सहित अलग-अलग तरह से गंदगी पर एक माह में 39 लाख का अर्थदंड लगाया गया है।
इस तरह खुले में गंदगी पर अर्थदंड
अक्टूबर माह में खुले में गंदगी करते हुए कई लोग पकड़े गए। इस पर नगर निगम ने एक-दो लाख नहीं बल्कि 18 लाख 14 हजार 900 रुपए का अर्थदंड लगाया है। वहीं खुले में यूरिन करने वालों पर 4 लाख पांच हजार 700 रुपए का अर्थदंड लगाया है। यानी खुले में गंदगी और यूरिन पर ही 22 लाख से ज्यादा का अर्थदंड केवल एक माह में लगा दिया गया है।
बाकी कचरा फैलाने पर भी सख्ती
इसी तरह अक्टूबर माह में कचरा फैलाने पर 11 लाख 53 हजार रुपए, गलत तरीके से कचरा फैंकने पर 13 हजार 850 रुपए, सार्वजनिक जगह पर थूकने पर 14 हजार रुपए और अन्य गंदगी पर पांच लाख 10 हजार का अर्थंदड लगाया गया है। इस तह एक महीने में अलग-अलग तरह से गंदगी पर कुल 39 लाख का अर्थदंड लगाया गया है।
सख्ती रहेगी जारी
त्योहारी सीजन अक्टूबर माह में यह कार्रवाई हुई है। निगमायुक्त वर्मा ने साफ कर दिया है कि वह इंदौर की सफाई को लेकर किसी तरह का दाग सहन नहीं करेंगे और आठवीं बार भी सफाई का तमगा हासिल करना ही है। यह अर्थदंड केवल चेतावनी है, कि आगे भी निगम का रुख इसी तरह का रहेगा। वहीं निगमायुक्त ने खुद भी अलसुबह के साथ ही रात में भी औचक निरीक्षण शुरू कर दिया है और पूरी तरह से कमान अपने हाथ में ले ली है। सभी अमले को दिन-रात अपनी ड्यूटी करने का आदेश है, लापरवाही करने वालों को मौके पर ही सस्पेंड किया जा रहा है। स्वच्छता के प्रभारी नगर निगम के अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा भी पूरी टीम के साथ हर दिन सुबह जल्दी सड़क पर निकलकर स्वच्छता की स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
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