इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल में कार्यरत रेजीडेंट डॉक्टर हेमंत गिरवाल ( Doctor Hemant Girwal ) तीन दिनों से रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गए थे। वह उज्जैन के रामघाट क्षेत्र में मिल गए हैं। महाकाल थाना क्षेत्र में तैनात दो पुलिसकर्मियों ने डॉक्टर हेमंत को बड़नगर रोड पर स्थित एक छोटे पुल के पास देखा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें तुरंत महाकाल थाने ले जाकर इंदौर पुलिस को सूचना दी।
महिला डॉक्टर ने लगाया था छेड़छाड़ का आरोप
एमजीएम मेडिकल कॉलेज की एक महिला डॉक्टर ने डॉ. हेमंत पर छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोप पर लगाए थे जिसके दूसरे दिन से ही डॉक्टर हेमंत गायब हो गए थे। इस मामले ने और भी गंभीर मोड़ ले लिया। इस आरोप की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है। इस पैनल में डॉ. सुमित्रा यादव, डॉ. धर्मेंद्र झंवर, डॉ. जितेंद्र तोमर, डॉ. अंजू महोर, और डॉ. हिमांशी पवार को शामिल किया गया है। यह समिति मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट सात दिनों के अंदर दे देगी।
पुलिस ने चलाया सर्च अभियान
इंदौर से लापता होने के बाद से ही डॉक्टर हेमंत की खोजबीन की गई, पुलिस ने भी काफी प्रयास किए। जब उनकी लास्ट लोकेशन उज्जैन के रामघाट के आसपास मिली, तो महाकाल थाने की पुलिस ने सर्च अभियान चलाया, जिसके बाद वह पुल के पास मिल गए। इस घटनाक्रम से स्थानीय लोग भी हैरान हैं, क्योंकि डॉक्टर हेमंत का इस तरह से अचानक गायब होना और रामघाट में मिलना कई सवाल खड़े करता है।
पैनल की रिपोर्ट पर टिकी नजर
सबकी नजर इस पांच सदस्यीय पैनल की रिपोर्ट पर टिकी हुई है, जो यह तय करेगी कि महिला डॉक्टर द्वारा लगाए गए आरोप कितने सच है। डॉक्टर हेमंत के लापता होने के पीछे क्या कारण थे।
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