ईडी एक बार फिर इंदौर में एक्शन में है। इस बार ईडी की टीम रुचि सोया ग्रुप के शाहरा परिवार के घर पर पहुंची है। सुबह से ही ईडी की टीम उनके ओल्ड पलासिया स्थित घर पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। मामला सीबीआई द्वारा शाहरा पर 58 करोड़ रुपए के बैंक लोन फ्रॉड में दर्ज किए गए केस का है। इसी के तहत यह जांच हो रही है। कार्रवाई मुख्य तौर पर उमेश शाहरा पर हुई है, जो बैंक लोन फ्रॉड में उलझे हुए हैं। ईडी द्वारा कुछ दस्तावेज जब्त किए जाने थे इसके लिए ही टीम पहुंची थी। दस्तावेज जब्ती के बाद ईडी टीम लौट गई है। साल 2021 में सीबीआई ने उन पर बैंक लोन फ्रॉड का केस दर्ज किया था। वहीं इनके परिवार में सभी लोग शादी की तैयारियों में लगे हुए हैं।
उमेश शाहरा पर 188 करोड़ का केस
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 4 साल पहले उमेश शाहरा सहित उसके सहयोगियों पर 188.35 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में केस दर्ज किया था। सीबीआई चार साल पहले इस मामले में शाहरा के घर पर जांच भी कर चुकी है और तब रुचि ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड में CBI ने छापेमारी कर उमेश के अलावा उसके सहयोगी साकेत बरोदिया और आशुतोष मिश्रा के ठिकानों पर भी जांच की थी। CBI की एफआईआर में रुचि ग्लोबल लिमिटेड के अलावा, उमेश शाहरा, साकेत बरोदिया और आशुतोष मिश्रा का नाम आरोपी के रूप में दर्ज है।
कोल घोटाले में भी ईडी में उलझे हैं शाहरा
उद्योगपति उमेश शाहरा अलग-अलग मामलों में पहले भी विवादों में रहे हैं। दो साल पहले कोल आवंटन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रुचि ग्रुप व रेवती सीमेंट प्रा. लि. के निदेशक उमेश शाहरा की 22 करो़ड़ से ज्यादा की संपत्ति अटैच की थी। ईडी ने पीएमएलए एक्ट-2002 के तहत कंपनी के डायरेक्टर उमेश शाहरा सहित अन्य पर केस दर्ज किया था।
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भूमाफिया मद्दा केस में मनीष से भी हो चुकी पूछताछ
वहीं भूमाफिया दीपक मद्दा के यहां जमीन घोटाले में ईडी द्वारा मारे गए छापे में ईडी ने मनीष शाहरा के यहां भी पूछताछ की थी। एक सोसायटी की जमीन की खरीदी-बिक्रा का मामला मनीष शाहरा से जुड़ा हुआ है। इस तरह शाहरा परिवार ईडी की कई जांच में उलझा पड़ा है।
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