इंदौर में जिला शिक्षा केंद्र के कर्मचारियों के आरोप, DPC छोटी-छोटी बात पर देते हैं नोटिस, सामूहिक इस्तीफा
डीपीसी कार्यालय के बाहर गुरूवार सुबह इंदौर जिले के 6 विकासखंड के कर्मचारी प्रदर्शन करने पहुंचे। इसमें इंदौर शहरी 1 और 2, इंदौर ग्रामीण, देपालपुर, सांवेर और महू शामिल है।
इंदौर में जिला शिक्षा केंद्र के कर्मचारियों ने गुरुवार को बड़ा हंगामा कर दिया। डीपीसी के खिलाफ उन्होंने ना केवल सड़क पर उतरकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया, बल्कि 60 से ज्यादा बीआरसीसी, बीएसी और सीएसी ने सामूहिक रूप से इस्तीफा भी दे दिया। कर्मचारियों का आरोप था कि डीपीसी अनावश्यक रूप से हमें प्रताड़ित कर रहे हैं। काम में अकारण ही गलतियां निकालकर हमें नोटिस दिए जा रहे हैं।
यह आरोप लगाए कर्मचारियों ने
डीपीसी कार्यालय के बाहर इंदौर जिले के 6 विकासखंड के कर्मचारी प्रदर्शन करने पहुंचे। इसमें इंदौर शहरी 1 और 2, इंदौर ग्रामीण, देपालपुर, सांवेर और महू शामिल है। प्रदर्शन कर रहे बीआरसीसी, बीएसी और सीएसी ने आरोप लगाते हुए बताया कि डीपीसी की कर्मचारियों से बात करने की शैली अच्छी नहीं है। वे काफी गलत तरीके से बात करते हैं। बार–बार शोकाज नोटिस देते हैं। अनावश्यक रूप से मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। ऐसे में हम सभी प्रतिनियुक्ति पद से इस्तीफा दे रहे हैं। हमें मूल विभाग में भेज दिया जाए।
इस तरह से दिए सामूहिक इस्तीफे
10 बजे महू बीआरसी कार्यालय खुला ही नहीं
डीपीसी संजय कुमार मिश्र बुधवार को महू के बीआरसी कार्यालय में आकस्मिक निरीक्षण में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि 10 बजे कार्यालय खुल जाना था, लेकिन कार्यालय पर ताला मिला। इस पर उन्होंने जीयो टैगिंग के साथ फोटो ली और 10 बजे के बाद कार्यालय पहुंचने वाले कुल 6 कर्मचारियों की अनुपस्थिति लगा दी। इसमें महू बीआरसी अनुराग भारद्वाज भी शामिल हैं। इस पर बीआरसी भारद्वाज का तर्क था कि वे केवल 4 मिनट ही लेट हुए थे और उनकी अनुपस्थिति लगा दी गई। साथ ही वेतन काटने के लिए शोकाज नोटिस भी जारी कर दिया। जबकि वेतन काटने का अधिकार डीपीसी को नहीं है।
प्रदर्शन के लिए पहुंचे कर्मचारी। इस तरह से की नारेबाजी
सभी की वीडियोग्राफी करवाई, अनुपस्थिति लगाएंगे
इस संबंध में डीपीसी संजय कुमार मिश्र का कहना है कि ये जो भी लोग शासकीय कार्य छोड़कर यहां नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सभी की वीडियाेग्राफी करवाई गई है। इन सभी की अनुपस्थिति लगाई जाएगी। क्योंकि इन्होंने इसके लिए पूर्व में कोई भी अनुमति या अवकाश नहीं लिया है। साथ ही सामूहिक त्यागपत्र दिए जाने के संबंध में वरिष्ठ अफसरों को अवगत कराया जाएगा।
महिला कर्मचारी भी बड़ी संख्या में पहुंची
जिला पंचायत सीईओ ने उल्टे पैर लौटाया
जिला शिक्षा केंद्र कार्यालय बीजलपुर के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी अपनी मांग व डीपीसी की शिकायत लेकर जिला पंचायत सीईओ के पास पहुंचे। यहां पर कर्मचारियों ने जब डीपीसी मिश्र की शिकायत करते हुए कहा कि जरा–जरा सी बात पर शोकाज नोटिस दे देते हैं। कर्मचारियों के प्रति उनकी भाषा शैली भी ठीक नहीं है। इस पर सीईओ ने उन्हें बीच में ही टोक दिया। फिर कहा कि कोई भी वरिष्ठ अफसर अगर आपको काम करने और समय का पालन करने के लिए कह रहा है तो वह आपकी नैतिक जिम्मेदारी है। उसका निर्वहन आपको हर हाल में करना ही होगा। उसको लेकर मैं कुछ नहीं कर सकता। अगर इसके अलावा कोई और परेशानी है तो मैं उसका निराकरण जरूर करूंगा। जहां तक बात आप लोगों के सामूहिक इस्तीफे की है तो उसको लेकर भी मैं बात करूंगा।