इंदौर में हनुमान चौक धोबी घाट को कर्बला मैदान लिखा, नगर निगम से मिली अनुमति से भड़के हिंदूवादी
हनुमान चौक धोबी घाट पर मुहर्रम के मेले के लिए अनुमति मिलते ही हिंदूवादयों और हनुमान चौक धोभी घाट रक्षा समिति ने मोर्चा खोल दिया है। आरोप है कि कम शुल्क में बेशकीमती जमीन मेले के लिए दे दी गई।
इंदौर के लालबाग के पास स्थित कर्बला मैदान को लेकर विवाद एक बार फिर गर्मा गया है। इस मैदान पर नगर निगम के द्वारा मुहर्रम मेले की अनुमति देने पर हनुमान चौक धोबी घाट समिति ने विरोध किया है। प्रदर्शनकारी हिंदूवादियों ने आरोप लगाया है कि इस मैदान का नाम हनुमान चौक धोबी घाट है, जबकि अनुमति पत्र में नगर निगम ने इसे कर्बला मैदान लिखा है। इस विरोध प्रदर्शन के बाद नगर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव के आदेश पर अनुमति पत्र में संशोधन किया गया। इसमें कर्बला मैदान को धोबी घाट मैदान कर दिया गया और नया पत्र जारी किया गया है।
कम शुल्क पर दे दी बेशकीमती जमीन किराए पर
हनुमान चौक धोबी घाट पर मुहर्रम के मेले के लिए अनुमति मिलते ही हिंदूवादयों और हनुमान चौक धोभी घाट रक्षा समिति ने मोर्चा खोल दिया है। आरोप है कि कम शुल्क में बेशकीमती जमीन मेले के लिए दे दी गई। अनुमति में स्थान को भी कर्बला मैदान बताया गया है। इसको लेकर उन्होंने नगर निगम के खिलाफ नारे लगाए और अखंड रामायण पाठ की अनुमति मांगी। उनकी मांग है कि इस अनुमति को निरस्त किया जाए।
हिंदूवादियों ने इस तरह से किया विरोध प्रदर्शन
तीन दिन के लिए लगाया जाना है मेला
हनुमान चौक को लेकर हिन्दूवादी अब निगम पर हमलावर हैं। मुहर्रम मेले की अनुमति 6,7,8 जुलाई के लिए 1 लाख रुपए शुल्क के साथ दे दी गई है। इन्हीं सब बिंदुओं को लेकर हिन्दूवादियों में जमकर आक्रोश है। सेकड़ों हिन्दूवादियों ने हनुमान चौक पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन के बाद हनुमान जी की आरती भी मंदिर पर की गई।
हिंदूवादियों ने इस तरह से किया विरोध प्रदर्शन
यह है हिंदूवादियों के आरोप
हिन्दूवादी सुमित हार्डिया ने आरोप लगाया कि निगम ने 3 एकड़ जमीन पर 3 दिन के मेले के लिए 1 लाख रुपए लिए। जिसमें 85 हजार रुपए मेले की अनुमति और 15 हजार जीएसटी है। यह बेहद कम शुल्क लिया गया है, जबकि इसके उलट और अधिक शुल्क केवल झूले का लिया जाता है। इतना ही नहीं लिखित अनुमति में जगह को कर्बला मैदान लिख कर अनुमति दी गई है। हिन्दूवादियों नें चेतावनी दी है की इस प्रदर्शन के बाद अगला पड़ाव अब निगम घेराव की ओर होगा।
नगर निगम ने जारी किया नया पत्र
यह पत्र जारी किया नगर निगम ने
इस प्रदर्शन के बाद नगर निगम बैकफुट पर आया है। निगम की तरफ से एक पत्र भी जारी किया गया। इस पत्र को हिंदूवादी सुमित हार्डिया ने सार्वजिनिक किया है। जिसमें नगर निगम ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए मेले की अनुमति में संसोधन करते हुए जमीन (भूमि) को कर्बला की जमीन नहीं मानते हुए धोभी घाट की जमीन स्वीकार कर नया आदेश दिया है। इस गलती को निगम के पत्र में टंकण त्रुटि होना बताया गया है।