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INDORE. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) मेंस 2023 पर अहम सुनवाई जो 11 दिसंबर को पहले लिस्ट बता रही थी वह अब सूचीबद्ध नहीं हुआ। इसे अब अगले सप्ताह के लिए पेंडिग बताया जा रहा है। यह चीफ जस्टिस सुरेश कैत व जस्टिस विवेक जैन की डबल बैंच में लगा हुआ है। लेकिन माना जा रहा है कि इस सप्ताह चीफ जस्टिस के इंदौर बैंच में उपलब्ध रहने से जबलपुर में यह इस सप्ताह लिस्ट नहीं किया गया है। अब रिजल्ट के लिए उम्मीदवारों को और इंतजार करना होगा।
4 दिसंबर को आगे बढ़ गई थी सुनवाई
इसके पहले बीते सप्ताह 4 दिसंबर को भी सुनवाई आगे बढ़ गई थी, क्योंकि एजी प्रशांत सिंह उपलब्ध नहीं थे, शासकीय अधिवक्ता द्वारा इसमें समय मांग लिया था। इस पर यह समय दिया गया और अगले सप्ताह इस पर सुनवाई तय की गई थी।
बीते सप्ताह जल्द सुनवाई की हुई थी मांग
4 दिसंबर को सुनवाई में शासन की ओर से लंबा समय चाहा गया। इस पर उम्मीदवारों की ओर से अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने कहा था कि इसे अगले सप्ताह ही रख लिया जाए। इस पर चीफ जस्टिस की बैंच ने पूछा कि क्या अर्जेंसी है कोई, जिस पर अधिवक्ता ने कहा कि रिजल्ट जारी नहीं हो रहा है। इस पर चीफ जस्टिस ने इसे अगले सप्ताह रखने के निर्देश दिए थे।
2 दिसंबर को सुनवाई में यह हुआ था
इसके पहले दो दिसंबर को चीफ जस्टिस की डबल बैंच ने इस मामले में सुनवाई की और उन्होंने सिंगल बैंच द्वारा राज्य सेवा 2023 प्री के दो सवालों को गलत ठहराने पर एजी से पक्ष सुना। खासकर सोमवार के दिन कबड्डी संघ का मुख्यालय कहां पर है?... इस सवाल को लेकर जिरह चली। इस पर एजी प्रशांत सिंह ने कई बार दलील देकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले है, जिसमें आंसर की पर सवाल नहीं उठ सकते हैं। लेकिन चीफ जस्टिस ने सीधे कह दिया कि कबड्डी संघ का दफ्तर जयपुर के पहले कहां पर था, इसके दस्तावेज लेकर आईए। यदि दफ्तर बदलता रहा तो दिल्ली आंसर सही है, लेकिन यदि जयपुर रहा है तो वह देखेंगे। अगली सुनवाई में विलियम बैंटिंक वाले सवाल पर भी जिरह होगी अभी केवल एक सवाल पर तर्क हुए हैं।
उलझ गई है 2023 परीक्षा
सिंगल बैंच पहले ही 16 मई को आदेश दे चुकी है कि दो प्रश्नों को गलत मानने के बाद नए सिरे से रिजल्ट होना चाहिए और इसका लाभ सभी को होना चाहिए। अब इसी बात पर डबल बैंच आगे बढ़ी है, बैंच ने यदि इस आंसरकी को लेकर सवाल उठाते हुए फैसला दे दिया तो फिर पीएससी को या तो सुप्रीम कोर्ट जाना होगा। नहीं तो नौबत नए सिरे से प्री का रिजल्ट जारी करने की आ जाएगी, जिसमें कई लोग बाहर होंगे और कई अंदर, यानी जो मेंस नहीं दे सके उन्हें फिर से स्पेशल मेंस की पात्रता होगी।
एजी कह चुके रिजल्ट पर स्टे नहीं, हम रिजल्ट देंगे
सोमवार को सुनवाई के दौरान बैंच ने एक बार फिर पूछा कि कोई अर्जेंसी नहीं हो तो इसे अगले सप्ताह सुनवाई पर लेते हैं। इस पर उम्मीदवारों की ओर से अधिवक्ता अंशुल तिवारी ने कहा कि छह हजार बच्चों के मेंस का रिजल्ट रूका है, जो मार्च 2024 में हुआ था। इस पर एजी ने फिर दोहराया कि हम रिजल्ट देंगे, इस पर कोई स्टे नहीं है। उल्लेखनीय है कि 14 नवंबर की सुनवाई में भी एजी ने यही कहा था कि रिजल्ट प्रकाशित कर रहे हैं, पर रिजल्ट नहीं आया। सोमवार को एक बार फिर एजी ने दावा किया कि रिजल्ट जारी करेंगे, इस पर कोई स्टे नहीं है। लेकिन पीएससी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है।
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