इंदौर नगर निगम के बजट पर अब बुधवार ( 31 जुलाई ) को चर्चा होना है। कुल मिलाकर बहुमत की बीजेपी की निगम सरकार तय कर चुकी है कि कचरे को छोड़कर हर टैक्स को बढ़ाया जाना है। सड़कों पर गड्ढे से लेकर गंदे पेयजल, पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे इंदौर को टैक्स का बोझ और आ गया है। कांग्रेस मंगलवार को सदन से निष्कासित हो चुकी थी, अब बुधवार को देखना होगा कि वह क्या दम से आमजन की बात उठा पाती है।
बजट को लेकर चर्चा शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे से माफी की मांग की। बीजेपी ने कहा कि मंगलवार को इन्होंने सदन का अपमान किया, दिवंगत लोगों की श्रृंद्धाजलि के दौरान हंगामा किया और राजनीति की। पहले चौकसे इस पर माफी मांगे, इसके बाद ही बात रखें। इसी बात को दोनों पक्षकार सभापति की कुर्सी के पास पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। चौकसे ने कहा कि भ्रष्टाचार को दबाने और टैक्स बढोतरी का विरोध नहीं हो इसलिए यह किया जा रहा है।
इस तरह से संपत्तिकर बोझ
- संपत्तिकर- एक हजार वर्गफीट आवासीय पर
- रेट जोन वन में अभी यह 2673 रुपए था अब 3624 रुपए होगा। 951 रुपए की बढ़ोतरी
- रेट जोन टू में- अभी यह 2316 रुपए था अब 3183 होगा, 867 रुपए की बढ़ोतरी
- रेट जोन थ्री में- अभी यह 1872 रुपए था अब 2044 रुपए होगा, 172 रुपए की बढ़ोतरी
- रेट जोन फोर में- अभी 1605 रुपए था अब 1782 रुपए होगा। 177 की बढ़ोतरी
- रेट जोन फाइव- अबी 1425 रुपए था अब 1605 होगा कुल 180 रुपए की बढ़ोतरी
- (वहीं व्यावसियक संपत्ति में अभी 64 रुपए प्रति वर्गफीट था जो अब 70 रुपए प्रति वर्गफीट होगा)
- ग्रीन टैक्स 66 रुपए की जगह अब 73.54 रुपए होगा
जलकर सीधे 100 रुपए प्रति माह बढ़ा
जलकर अभी प्रति माह 200 रुपए प्रति माह यानी साल का 2400 रुपए था, जो अब 3600 रुपए प्रति साल होगा यानी सीधे 1200 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
पार्किंग शुल्क भी वाहन खरीदी पर बढ़ाया
वाहन खरीदी पर निगम पार्किंग शुल्क लेता है। अभी दो पहिया वाहन में यह 50 हजार तक के मूल्य पर 250 रुपए था और 30 लाख से अधिक कीमत के चार पहिया वाहन पर 5000 रुपए। इस शुल्क में दोगुना बढ़ोतरी हुई है।
इस तरह होगा शुल्क
- दो पहिया वाहन- 50 हजार कीमत पर पूर्व की तरह 250 रुपए
- 50 हजार से एक लाख तक में 500 रुपए था, जो अब 1000 रुपए होगा
- एक से पांच लाख के वाहन में 1000 रुपए था, जो अब 1500 रुपए होगा
- पांच लाख से अधिक कीमत के दोपहिया पर अभी 1500 था, जो अब दो हजार होगा
चार पहिया वाहन में
- अभी 6 लाख तक के वाहन पर 1500 था, जो अब दोगुना 3 हजार होगा
- 6 से 12 लाख के वाहन पर अभी दो हजार था, जो अब चार हजार होगा
- 12 लाख से 30 लाख पर वाहन पर अभी 3000 था, जो अब 6000 रुपए होगा
- 30 लाख से अधिक वाहन पर यह अभी 5000 था, जो अब 12 हजार रुपए होगा।
कांग्रेस यह मुद्दे उठाएगी
कांग्रेस मंगलवार को सदन से निष्कासित हो गई थी। नेत प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि हम टैक्स बढ़ोतरी का विरोध करेंगे। पहले ही गंदा पानी आ रहा है और टैक्स बढ़ाया जा रहा है। निगम घोटाले में 174 फाइल अभी भी गायब है, इसमें बड़ों को बचा लिया गया है, यह घोटाला 150 करोड़ से कही ज्यादा का है। सड़कों पर गड्ढे है। सुविधाएं निगम में कुछ नहीं और पूरा पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। इस मुद्दे को हम छोडेंगे नहीं और टैक्स बढ़ाना गलत है।
खुद बीजेपी ही इसके पक्ष में नहीं थी
पहले तो बीजेपी ही इस टैक्स बढ़ोतरी के पक्ष में नहीं थी और कोर कमेटी ने विरोध किया था। लेकिन महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सालों से टैक्स नहीं बढ़ने का हवाला दिया और उन्हें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का साथ मिला, जिसके बाद विरोध के सुर थम गए और टैक्स में बढ़ोतरी हो गई। महापौर का कहना है कि विकास के लिए टैक्स बढ़ोतरी जरूरी थी।
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