संजय गुप्ता@ INDORE.
एम्स व अन्य मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए हुई NEET के रिजल्ट के लेकर उठे विवाद के बीच NAT ने जांच करने की बात कही है। लेकिन इसे लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है, यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर हो गई है। अब इंदौर में भी इसे लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया है। साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की है।
हाथों में तख्तियां लेकर किया विरोध प्रदर्शन
मप्र के एजुकेशन हब कहे जाने वाले शहर इंदौर में हाल ही में नीट 2024 के आए रिजल्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए छात्रों द्वारा हाथों में तख़्तियां लेकर पैदल मार्च निकाला गया। छात्रों ने परीक्षा में भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए हैं। साथ ही मूल्यांकन सहित परीक्षा सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए है।
यह लगाए गए आरोप
- छात्रों ने एक्ज़ाम कराने वाली एजेंसी पर भी गंभीर आरोप लगाए है। अप्रत्याशित रूप से 67 स्टूडेंट्स 720 में से 720 अंक लाकर टॉपर लिस्ट में हैं, जिस पर छात्रों में सवाल खड़े किए है।
- छात्रों ने बताया की कुछ सेंटर्स पर आई दिक्कतों के चलते बच्चों को कम समय मिले कम समय मिलने की वजह से ग्रेस मार्क्स देने का जो नियम बनाया वो गलत था। बताया जा रहा है कि ग्रेस देने का नियम क्लैट एग्जाम वाला अपनाया, जबकि क्लैट ऑनलाइन एग्जाम है। गलत तरीके से ग्रेस मार्क्स देने से बड़ी संख्या में
- स्टूडेंट्स के मार्क्स हैरान करने वाले तरीके से बढ़ गए है।
- वही नतीजों में एक ही सेंटर से कई-कई टॉपर दिख रहे हैं। बच्चों ने ANS KEY से मिलान कर अपने जितने मार्क्स आंके थे, रिजल्ट में उससे काफी फर्क दिखा है। वही पेपर लीक की शिकायतें भी लगातार सामने आई है, लेकिन NTA ने उस पर ध्यान ही नहीं दिया।
- नीट के रिजल्ट आनन-फानन में पहले से तय समय से करीब 10 दिन पहले जारी कर दिए गए वही छात्रों का आरोप है की जानबूझ कर रिजल्ट जारी करने के लिए 4 जून को चुना, जिससे कि चुनावी नतीजों के शोर में मीडिया में बच्चों की आपत्तियों पर ज्यादा चर्चा ही न हो।
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