कांग्रेस दफ्तर पर पेट्रोल बम फेंकने वाले अज्ञात पर आखिरकार केस दर्ज
इंदौर में कांग्रेस दफ्तर पर पेट्रोल बम फेंके जाने के गंभीर आरोप के बाद कांग्रेसियों का लंबा प्रदर्शन रंग लाया और पुलिस ने आखिरकार केस दर्ज किया। हालांकि, यह केस अज्ञात के खिलाफ हुआ है।
पेट्रोल बम फेंके जाने के मामले में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन Photograph: (Indore)
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इंदौर में कांग्रेस दफ्तर गांधी भवन पर पेट्रोल बम फेंकने के गंभीर आरोप के बाद कांग्रेसियों के लंबे प्रदर्शन और दबाव के बाद आखिरकार पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। भले ही यह अज्ञात के खिलाफ हुआ है, लेकिन लंबे-चौड़े प्रदर्शन के बाद कांग्रेसी केस दर्ज कराने में कामयाब हुए। इस दौरान शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के साथ ही पूर्व विधायक अश्विन जोशी व अन्य नेता एकजुट नजर आए।
इनके आवेदन पर हुई एफआईआर
दफ्तर पर हमले के बाद ही सभी कांग्रेस नेता पंढरीनाथ थाने पर पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस ने आनाकानी की तो शहराध्यक्ष चड्ढा के साथ ही अन्य नेता बाहर धरने पर बैठ गए और वहीं भजन गाने शुरू कर दिए और पुलिस, प्रशासन को सद्बुद्धि की बात कही। आखिर में आवेदक गिरीश जोशी के आवेदन पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस दौरान जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, चिंटू चौकसे, रमेश घाटे, विवेक खंडेलवाल, अली असगर सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद थे।
पूर्व विधायक बोले बहुत देखी पुलिसिंग और टीआई
पुलिस द्वारा एफआईआर में आनाकानी करने के दौरान कांग्रेस नेताओं की पुलिस अधिकारियों से जमकर बहस हुई। इस दौरान पूर्व विधायक अश्विन जोशी बोले हमने भी बहुत पुलिसिंग देखी है, हम लॉ समझते हैं, हमने बहुत टीआई देखे हैं। वहीं चड्ढा ने भी जमकर बहस की और कहा कि सभी पुलिस अधिकारी मौके पर थे, और देखा है कि वहां क्या हुआ, पेट्रोल बम फेंके गए, बेरिकेडिंग तोड़ी गई, पथराव हुआ और यह सभी बीजेपी युवा मोर्चा ने किया फिर केस दर्ज क्यों नहीं किया जा रहा है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने भी बहस की। आखिर में जाकर पुलिस ने रात को अज्ञात पर केस दर्ज किया।
पुलिस ने बीएनएस की धारा 133 में दर्ज किया केस Photograph: (Indore)
कमजोर धारा लगाई
हालांकि पुलिस ने गंभीर धारा नहीं लगाकर बीएनएस की धारा 133 में केस दर्ज किया है जो किसी व्यक्ति पर गंभीर और अचानक उकसावे के अलावा उस व्यक्ति का अपमान करने के इरादे से हमला करता है या आपराधिक बल का प्रयोग करता है, इसके लिए लगती है। इसमें अधिकतम सजा दो साल तक की है।
यह हुआ था शाम साढ़े चार बजे
बीजेपी युवा मोर्चा ने शाम को गांधी भवन घेरने का नोटिस दिया और बड़ी संख्या में कांग्रेस दफ्तर पहुंच गए। पुलिस ने इस दौरान कांग्रेस नेताओं से कहा कि वह शटर बंद कर लें और बाहर नहीं आए। पुलिस ने मौके पर बेरिकेडिंग लगा दी। लेकिन युवा मोर्चा ने बेरिकेडिंग को जमकर धक्के दिए, उधर पुलिस ने इन्हें रोका और अंदर नहीं आने दिया। बेरिकेडिंग के एक और शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, नेता प्रतिपक्ष निगम चिंटू चौकसे, विवेक खंडेलवाल, गिरीश जोशी सहित कई नेताओं ने जमकर विरोध दिखाया तो उधर युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। शहराध्यक्ष चड्ढा ने एक बोतल दिखाकर कहा कि इसमें पेट्रोल भरकर बम बनाकर दफ्तर में फेंके गए। अब यह हालत हो गई है कि कांग्रेस दफ्तर जलाने और मारने पर बीजेपी आमादा हो गई है। लेकिन हम डरेंगे नहीं। और युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष सौगात मिश्रा संहित कार्यकर्ताओं पर तोड़फोड़ और बलवा की धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाएंगे।
युवा मोर्चा ने इसलिए किया था प्रदर्शन
वहीं युवा मोर्चा ने कहा कि विपक्ष नेता राहुल गांधी द्वारा संविधान का अपमान करने एवं संसद के बाहर बीजेपी के सांसदों के साथ अभद्र व्यहार करने के विरोध में बीजेपी युवा मोर्चा इंदौर महानगर के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया गया। इसमें राहुल गांधी द्वारा संविधान का अपमान करने पर लोकसभा अध्यक्ष से राहुल गांधी की सदस्यता निरस्त करने की मांग की साथ ही कहा कि संविधान का अपमान बीजेपी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही करेगी। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष सौगात मिश्रा, निक्की राय, रजत शर्मा, अजय अग्निहोत्री, नाना चौधरी, आवेश राठौर, अभिषेक यादव, विकस यादव,अमित पालीवाल, राहुल अवस्थी, पलाश जोशी, आकाश नायक,चेतन बाबू, वैभव गायकवाड़, विश्वास परदेसी, नितेश सिंह समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।