INDORE : तेजी से डिजिटल अरेस्ट की कैपिटल बनते जा रहे इंदौर में अब टीआई (थाना प्रभारी) को डिजिटल अरेस्ट के लिए कॉल आया। यह कॉल बेटे से बात कराने के नाम पर आया। कॉल करने वाले को बेटे की पूरी जानकारी थी। इसके पहले इंदौर में एडिशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया को भी कॉल आया था।
कॉल करने वाला खाकी वर्दी में था
यह कॉल परदेशीपुरा थाना टीआई पंकज दिवेदी के पास आया। वह बेटे की जानकारी मांग रहा था। इस पर टीआई ने बेटे की जानकारी देने से मना कर दिया और कहा कि इस तरह के बहुत कॉल आते हैं, बेटे से बात नहीं कराउंगा। कॉल करने वाले ने वाट्सअप कॉल किया था और इसमे खाकी वर्दी में अधिकारी दिख रहा था।
इस तरह बात की कॉल करने वाले ने
कॉलर- पंकज दिवेदी बोल रहे हैं
टीआई- हां बोल रहा हूं
कॉलर- मैं इंटेलीजेंस से बोल रह हूं
टीआई- हां बोलिए
कॉलर- यह संस्कार कौन है
टीआई- मेरा बेटा है
कॉलर- यह वर्किंग में हैं या स्टडी करता है
टीआईः स्टडी करता है
कॉलर- अभी वह कहां पर है और आप कहा पर है
टीआई- घर पर
कॉलर- तो बात कराइए बेटे से
टीआई- क्यों
कॉलर (अकड़ते हुए)- बात तो कराइए
टीआईः नहीं, बहुत ऐसे फर्जी कॉल आते हैं
इसके पहले एडिशनल डीसीपी को आया था
कुछ दिन पहले ही एडिशनल डीसीपी दंडोतिया को भी इंदौर में इस तरह वर्दीधारी कॉल आया था। इसके बाद चमकाने के लिए कॉलर ने वीडियो कॉल किया। लेकिन जब उसने दंडोतिया को भी वर्दी में देखा तो तत्काल फोन काट दिया।
इंदौर में लगातार हो रहे केस
इंदौर में लगादतार इस तरह के केस सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक उद्योगपति की बहू से 1.60 करोड़ रुपए की ठगी डिजिटल अरेस्ट करके की गई थी। उन्हें तीन दिन तक अरेस्ट करके रखा हुआ था। इंदौर में कई तरह के केस ठगी के सामने आ चुके हैं।
पीएम मोदी भी इसे लेकर कर रहे जागरूक
पीएम नरेंद्र मोदी भी इन घटनाओं को लेकर चिंतित है और वह मन की बात में दो बार इसे लेकर सचेत रहने के लिए कह चुके हैं। पीएम ने साफ कहा है कि कोई भी जांच एजेंसी इस तरह फोन पर बात नहीं करती है। इंदौर सायबर क्राइम सेल भी लगातार इन केस में जागरूकता फैलाने में जुटी है।
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