इंदौर में घटिया पेंचवर्क की शिकायत EOW को, कांग्रेस ने अफसरों पर लगाए करोड़ों के घोटाले के आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि जनवरी 2025 में नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों पर डामर पेंचवर्क के लिए टेंडर निकाले गए, लेकिन PWD मैनुअल की कई शर्तों को जानबूझकर हटाया गया।
इंदौर में सड़कों पर हुए घटिया डामर पेंचवर्क को लेकर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि सड़कों के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है।
मार्च में स्वीकृति, फरवरी की तारीख में काम का प्रमाणीकरण
कांग्रेस का आरोप है कि जनवरी 2025 में नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों पर डामर पेंचवर्क के लिए टेंडर निकाले गए, लेकिन PWD मैनुअल की कई शर्तों को जानबूझकर हटाया गया। 5 मार्च 2025 को टेंडर स्वीकृत कर कार्यादेश जारी किया गया, लेकिन कार्यों के प्रमाणीकरण की तारीख फरवरी की दिखाई गई। इससे यह संदेह होता है कि भुगतान के लिए तारीखों में हेरफेर कर लगभग 2 करोड़ रुपए मार्च में ही ठेकेदार को दे दिए गए।
सड़कों की हालत पहले से भी बदतर
कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद दिलीप कौशल ने बताया कि शहर की कई प्रमुख सड़कों पर जो पेंचवर्क किया गया था, वह 5 से 10 दिन में ही उखड़ गया। बारिश के शुरुआती दौर में ही सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई देने लगे। इससे स्पष्ट है कि काम घटिया गुणवत्ता का था और इसे जानबूझकर स्वीकृति दी गई।
कांग्रेस ने की शिकायत
दो अफसरों ने किया प्रमाणीकरण, जबकि 22 जोनों के बताए गए इंजीनियर
शिकायत में यह भी कहा गया है कि अलग-अलग 22 जोनों के उपयंत्रियों द्वारा कार्यों के प्रमाणन की बात कही गई थी, लेकिन वास्तविक प्रमाणन केवल दो अधिकारियों द्वारा किया गया, जिनकी माप पुस्तिकाओं और मौके की जांच में गंभीर गड़बड़ी सामने आई है।
करोड़ों की टैक्स राशि का हुआ दुरुपयोग
कांग्रेस ने कहा कि “इंदौर की जनता के टैक्स से जो पैसे नगर निगम को दिए जाते हैं, उनका सिस्टमेटिक षड्यंत्र कर दुरुपयोग किया गया। अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़कों के नाम पर करोड़ों की बंदरबांट की गई।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नियमों को हटाकर राजेंद्र कुमार कल्याणमल मंत्री को टेंडर दिलाया गया।
यह शिकायत की कांग्रेस ने
FIR दर्ज करने की मांग, दस्तावेज सौंपे
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने EOW पुलिस अधीक्षक को शिकायत के साथ तमाम दस्तावेज सौंपे, जिसमें टेंडर प्रक्रिया की गड़बड़ियां, घटिया कार्यों के प्रमाण और भुगतान की जानकारी शामिल है। FIR दर्ज करने की मांग की गई है, जिसे पुलिस अधीक्षक ने स्वीकार कर लिया है।
प्रदर्शन में शामिल हुए कांग्रेस नेता
इस प्रदर्शन में सोनिला मिमरोट, रवि गुरनानी, सुभाष सिरसिया, दिनेश सिलावट, सचिन सिलावट, बादशाह मिमरोट, कमल वर्मा, शैलू सेन, सुनील डामोर, ताराचंद कथनावल, दिलीप बामनिया, मिथुन यादव, देवेन्द्र चौहान, प्रतिक मित्तल, विनोद जगताप, बीडी रायकवार, विनोद खराटे, दौलतसिंह खेड़े, पंकज भालसे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे।