इंदौर में साधारण बुजुर्ग ने दिखाया असाधारण समर्पण, संघ के सेवा कार्यों से भावुक होकर किया 11 हजार का दान
श्री गुरुजी सेवा न्यास के संचालन टोली सदस्य सीए डॉ. अभय शर्मा ने बताया कि इन सज्जन का नाम संतोष अग्रवाल है, जो सोमवार सुबह फिर न्यास कार्यालय पहुंचे और रसीद प्राप्त की।
इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिकित्सा प्रकल्प माधव सृष्टि - श्री गुरुजी सेवा न्यास के सेवा कार्यों से प्रभावित होकर एक साधारण से दिखने वाले बुजुर्ग ने ऐसा कार्य किया, जिसने सभी को भावुक कर दिया। रविवार को एक सामान्य वेशभूषा में वृद्ध व्यक्ति सेवा न्यास परिसर में पहुंचे। बिना कोई औपचारिकता किए 11000 रुपए नगद और कुछ आवश्यक सामग्री समर्पित कर चुपचाप लौट गए।
नि:स्वार्थ सेवा से प्रेरित होकर उठाया कदम
श्री गुरुजी सेवा न्यास के संचालन टोली सदस्य सीए डॉ. अभय शर्मा ने बताया कि इन सज्जन का नाम संतोष अग्रवाल है, जो सोमवार सुबह फिर न्यास कार्यालय पहुंचे और रसीद प्राप्त की। जब उनसे यह पूछा गया कि उन्होंने यह दान क्यों दिया, तो उनका जवाब सादा किंतु गहरा था - "मुझे बताया गया कि संघ का यह हॉस्पिटल अच्छा काम कर रहा है। जब मैंने देखा कि आप लोग नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा में जुटे हैं, तो मुझे लगा कि कुछ योगदान देना चाहिए।"
इन्होंने किया अनूठा दान
नि:शुल्क मिलेगी चिकित्सा सुविधा
यह सुनकर न्यास के पदाधिकारी भी भावुक हो उठे। उन्होंने उन सज्जन का सम्मान कर उन्हें यह आश्वासन भी दिया कि भविष्य में यदि उन्हें या उनके परिवार को किसी प्रकार की चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होगी, तो नि:शुल्क सेवा प्रदान की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सच्चे सेवा कार्य समाज के हर वर्ग को छूते हैं और जब भावना सच्ची हो, तो सहयोग अपने आप आगे बढ़ता है।
समर्पण के लिए व्यक्ति का धनी होना जरूरी नहीं
सीए डॉ. अभय शर्मा ने बताया कि यह घटना यह प्रमाणित करती है कि समर्पण के लिए व्यक्ति का धनी होना आवश्यक नहीं होता, बल्कि सेवा और त्याग का भाव ही सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने कहा, "संतोष अग्रवाल जैसे सज्जनों का नमन करना हमारा कर्तव्य है, क्योंकि ये समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका यह कृत्य समाज में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करता है।"