इंदौर में अब उद्योगपति उतरे संजय जैसवानी के खिलाफ, माॅस्को के एक नागरिक ने की कंपनी, फैक्ट्री हथियाने की लंबी शिकायत

बीजेपी सरकार के मंत्री के साथ कारोबारी तरीके से लिंक और सीए को बंधक बनाकर मारपीट करने के आरोपी संजय जैसवानी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब उनके खिलाफ माॅस्को के एक नागरिक और जैसवानी के साथ धंधा करने वाले गौरव अहलवात ने थाने में जाकर शिकायत की।

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Sanjay gupta
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Indore Sanjay Jaiswani
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INDORE : बीजेपी सरकार के मंत्री के साथ कारोबारी तरीके से लिंक और सीए को बंधक बनाकर मारपीट करने के आरोपी संजय जैसवानी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब उनके खिलाफ माॅस्को के नागरिक और जैसवानी के साथ धंधा करने वाले गौरव अहलवात ने थाने में जाकर शिकायत की।

इसमें जैसवानी व अन्य पर धोखाधड़ी के साथ ही लूट, मारपीट करने का भी आरोप है। अहलावत के साथ एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मप्र (एआईएमपी) भी आ गया है। सभी उद्योगपतियों ने एकजुट होकर अहलावत के साथ जाकर आवेदन दिया। इसके पहले सीए को बंधक बनाने के मामले में सीए एसोसिएशन इंदौर ने एकजुट होकर थाने पर और पुलिस आयुक्त को ज्ञापन दिया था जिसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और जैसवानी और उनके गार्ड जय माथे पर केस दर्ज किया था।

AIMP के यह पदाधिकारी पहुंचे

शिकायतकर्ता अहलावत के साथ ही शिकायत देने में एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मप्र के अध्यक्ष योगेश मेहता, सचिव तरुण व्यास, कोषाध्यक्ष अनिल पालीवाल, उद्योगपित सतीश मित्तल, संदीप ठाकुर, विशाल सोनी व अन्य साथ में थे।

अहलावत ने जैसवानी के साथ की इनकी शिकायत

अहलावत ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी करने के लिए संजय जैसवानी, उनके साले संजय कलवानी, भांजी कंचन जेवनानी, भांजे नितिन जेवनानी, संजय के भाई विजय जैसवानी, कई कंपनियों में डायरेक्टर दिनेश मनवानी के साथ ही जैसवानी के बाडीगार्ड जय माथे (जो सीए को बंधक बनाने केस में भी आरोपी है), सीसीटीवी काम देखने वाले संदीप, सेल्स देखने वाले नदीम, वेयरहाउस देखने वाले नीरज, कंसलटेंट यतींद्र जोशी व अन्य के खिलाफ शिकायत की है।

इस तरह जैसवानी ने उलझाया

अहलवात माॅस्को में काम करता था। साल 2012 से दोनों के कारोबारी संबंध थे। सोनीपत में जीआरवी बिस्किट्स कंपनी लगाई थी। बाद में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रवासी भारतीय पहले से प्रोत्साहित होकर और कारोबार बढ़ाया। जैसवानी ने कच्चा माल इंदौर में सस्ता होने की बात कहकर इंदौर में सितंबर 2018 में जीआरवी बिस्किटस कंपनी इंदौर शिफ्ट करवा ली।

इसमें जैसवानी की ओर से भी एक डायरेक्टर संजय कलवानी को बनाया। बाद में बिना पूछे जुलाई 2024 में भांजे नितिन को भी डायरेक्टर बना दिया। बैंकिंग, फाइलिंग के लिए भांजी कंचनी को जिम्मेदारी दी। नौ सितंबर 2024 को कंचन ने मेरा मोबाइल लिया और कहा कि कुछ लीगल फॉर्मेलिटी करना है।

मैंने बाद में पूछा क्या हुआ तो नहीं बताया ना कंसलटेंट यतींद्र ने कुछ बताया ना ही जैसवानी ने। फिर 11 सितंबर को गार्ड ने फैक्टरी में नहीं घुसने दिया बोला कि जैसवानी ने मना किया है। मैं उनके घर बसंत बिहार गया तो धमकाया कि सारे शेयर मुझे दे दो, नहीं तो जान से मार दूंगा।

इसके बाद मेरे घर 222 बसंत बिहार में दिनेश मनवानी, संदीप, नदीम, नीरज यह सभी आए और मोबाइल, लैपटॉप यह सभी ले गए और धमका गए बाहर मत निकलना। अगले दिन 12 सितंबर को मेरी मां कृष्णा आई तो उन्हें भी बंधक बना लिया और मुझे भी जमकर पीटा। बाद में मां छूटी और मैं निकलकर होटल मैरियट में जाकर रुका। बाद में उनके भतीजे क्रिश ने फैकटरी में जाकर सारे दस्तावेज, हार्डडिस्क ले ली।

मुझे 14 सितंबर को पता चला कि उन्होंने पूरे शेयर होल्डिंग में अफरातफरी की और मेरी कंपनी, फैक्टरी को धोखाध़ड़ी कर हड़पा जा रहा है। यह सब वह 30 सितंबर 2023 की एक बोर्ड मीटिंग में सहमति दिखाकर होना बता रहे हैं जबकि उस दौरान तो मैं मास्कों में था।

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उधर संजय जैसवानी, वाधवानी के नाम से यह शिकायत कर चुके

इसके पहले लसूडिया थाने में संजय जैसवानी, कंपनी के डायरेक्टर गिरीश वाधवानी के नाम से खुद के साथ अहलावत, सीए निशिथ नाहर, कंपन जेवनानी, नितनी जेवनानी, रोहित नागवंशी द्वारा धोखाधड़ी करने की शिकायत कर चुके हैं। इसमें आरोप है कि अहलावत की जीआरवी बिस्किट्स मेरे लिए जाब वर्क करती थी।

बाद में उन्होंने इंदौर आने की इच्छा जताई और सोनीपत से इंदौर आ गए। समय-समय पर कंपनी को फंड की जरूरत हुई तो केम्को द्वारा दी गई। और राशि मांगी गई तो बैंक लोन एग्रीमेंट हुआ कि राशि नहीं लौटाने पर कंपनी की 75 फीसदी शेयर होल्डिंग मेरी हो जाएगी। जब जीआरवी घाटे में रही तो दस ऑडीडटर की टीम से जांच कराई तो पता चला कि अहलावत ने रिकार्ड में धोखा किया है और कंपनी को घाटे में दिखा और करोड़ों का गबन, धोखाधड़ी की गई। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

शिकायत पर हस्ताक्षर फर्जी

हालांकि जानकारी आई है कि वाधवानी के नाम से शिकायत पर हुए हस्ताक्षर गलत है, गिरीश वाधवानी ने कोई शिकायत नहीं की है बल्कि जैसवानी ने अपने बेटे के जरिए यह शिकायत थाने में पहुंचाई और जब सीए बंधक केस में उन पर केस दर्ज हुआ तो अस्पताल जाकर वहां भर्ती हो गए।

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