स्टेट जीएसटी विभाग ने मप्र के बड़े बिल्डर ग्रुप के यहां छापे मारे हैं। इसमें बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी सामने आई है। मौके पर दो ग्रुप से ही तीन करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं।
यह कार्रवाई इंदौर में मुख्य तौर मोहनलाल चुघ के चुघ ग्रुप, राजेश व नवीन मेहता के बीसीएम ग्रुप और सुनील अग्रवाल के सुनील अग्रवाल एंड एसोसिएट (SAA) ग्रुप के साथ ही सार्थक, श्री इंफ्रास्ट्रक्चर, वाइब्रेंट, मोनार्क व अन्य पर हुई है।
इन जगहों पर पहुंची टीम
एम चुघ ग्रुप के स्कीम 140 स्थित मेटलवुड, बीसीएम के राजेश व नवीन मेहता की तीन कंपनियों और सुनील अग्रवाल एंड एसोसिएट, मोनार्क एंड कंपनी पर कार्रवाई की गई। साथ ही श्री इन्फ्रास्ट्रक्चर (स्कीम 140), वाइब्रेंट देवकॉन (गीता भवन), सार्थक एस्टेट डेवपलर्स (राऊ) सहित अन्य स्थानों पर भी जांच हो रही है।
श्री इन्फ्रास्ट्रक्चर ने करीब ढाई करोड़ और वाइब्रेंट ने 60 लाख रुपए जमा कराए हैं। इस तरह दो ग्रुप से ही 3 करोड़ रुपए जीएसटी जमा कराया गया है। सभी जगहों पर पाया गया कि टैक्स की चोरी हो रही है। सभी जगह दस्तावेज लिए गए हैं, विभाग इनकी जांच कर रिटर्न को क्रास चैक कर और टैक्स डिमांड निकालेगा।
इसके पहले इन ग्रुप पर भी हो चुकी है कार्रवाई
वहीं विभाग कुछ दिन पहले भी छापे मार चुका है। इसमें इंदौर के लाभम ग्रुप, नरीमन पाइंट, साहिल ग्रुप, एमआर इंडिया, मानस कंसट्रक्शन, झंवेरी इन्फ्रास्ट्रक्चर, ओएस्टर के नाम शामिल है। इनसे पांच करोड़ की राशि जमा कराई गई थी।
इन शहरों में भी कार्रवाई
स्टेट जीएसटी विभाग ने इंदौर के साथ ही भोपाल, होशंगाबाद और ग्वालियर में नौ रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। पता चला है कि इन कारोबारियों ने सालों से करोड़ों का जीएसटी नहीं चुकाया है।
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