अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किया जाने वाला सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर कौन बनेगा करोड़पति का 16वां सीजन चल रहा है। सोमवार 23 सितंबर को शो की हॉटसीट पर राजस्थान के उज्ज्वल प्रजापत बैठे थे। यहां उन्होंने 1 करोड़ के सवाल के लिए इंदौर के स्वप्निल कोठारी से वीडियो कॉल पर बात की जिसका उन्हें सही जवाब मिला और वे एक करोड़ रुपए जीत गए। अब आगे के खेल का प्रसारण मंगलवार को होगा। इससे पहले इसी सीजन में मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के असाडी गांव के बंटी बाड़ीवा 50 लाख रुपए जीत चुके हैं।
एक करोड़ के सवाल में अटके उज्जवल
कौन बनेगा करोड़पति के 16वें सीजन में राजस्थान के ब्यावर के रहने वाले उज्ज्वल की दो जवाबों के साथ मदद करने वाले थे इंदौर के शिक्षाविद् स्वप्निल कौठारी। स्वप्निल कोठारी से जब 'द सूत्र' ने बात की तो उन्होंने बताया कि मैं 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 16 में 'फोन ए फ्रेंड' के रूप में प्रतियोगी उज्जवल के साथ जुड़ा था। उन्होंने उज्जवल के बारे में बताया कि वह उनका छात्र रह चुका है, जिसने उन्हें इस शो में सहयोगी के रूप में नामित किया था। उज्ज्वल एक होनहार छात्र है, जो वर्तमान में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है। उसने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की है। कोठारी ने बताया कि उज्जवल को उसकी दादी ने ही मेहनत और संघर्ष के करके पढ़ाया, जबकि उसके पिता श्रमिक हैं।
यह थे वो दो सवाल...
सवालों के संदर्भ में स्वप्निल कोठारी ने बताया कि उज्जवल ने उनसे दो सवाल पूछे, जिनके उन्होंने सही जवाब दिए। पहला सवाल था, "महाभारत में लाक्ष्यागृह कांड में पांडवों की मदद किसने की थी?" जिसका उन्होंने सही जवाब दिया "विदुर ने।" दूसरा सवाल था, "गौतम बुद्ध अपने आखिरी समय में कहाँ थे?" इस पर उन्होंने बताया "कुशीनगर में।" दोनों जवाब सही थे...
स्वप्निल कोठारी बहुत होशियार और काबिल हैं : अमिताभ
स्वप्निल कोठारी ने अमिताभ से कहा कि मुझे अग्निपथ फिल्म का वो डायलॉग बहुत पसंद है जिसमें आपने कहा था, कांचा सेठ, तुम बंदूक भी दिखाते हो और पीछे भी हटते हो। इस पर अमिताभ बच्चन ने कहा कि मुझे ये डायलॉग याद नहीं है। दरअसल ये डायलॉग स्क्रिप्ट में नहीं था, मैंने इसे वहां जोड़ा था। इस पर कोठारी कहते हैं कि सिर्फ बंदूक से इंसान साहसी नहीं बनता, साहस से बहादुर बनता है। इसके बाद अमिताभ उज्ज्वल से कहते हैं कि तुम्हारे टीचर बहुत स्मार्ट और काबिल हैं।
अमिताभ बच्चन ने भी की उज्ज्वल की तारीफ
उज्जवल के गेमप्ले और उनके ज्ञान से प्रभावित होकर अमिताभ बच्चन ने शो के दौरान उनके दृढ़ संकल्प की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उज्जवल बहुत ही साधारण व्यक्ति हैं जिसने अपने पूरे जीवन में कई आर्थिक कठिनाइयों का सामना किया है। उज्ज्वल अपने जीवन में तीन देवियों- अपनी दादी, मां और बहन का बहुत सम्मान करते हैं। अमिताभ ने कहा कि ज्ञान और धन ये एक ही डोर के वो सिरे हैं जिनमें सारा जीवन जो है वो घुल मिल जाता है। जिस प्रकार हमारे ज्ञान प्राप्त करने की कोई सीमा नहीं है, उसी प्रकार उससे कमाने वाले धन की भी कोई सीमा नहीं है। ज्ञान उम्र, धर्म या जाति तक सीमित नहीं है। ज्ञान से कमाया गया धन हर किसी के लिए मूल्यवान होता है। जितना अधिक हम सीखेंगे, उतना ही अधिक हमारा धन इसके साथ बढ़ सकता है। इसका बड़ा उदाहरण उज्जवल जी हैं, जो आज हमारे साथ हैं।
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