युगपुरुष धाम आश्रम में 6 बच्चों की मौत के बाद कांग्रेस ने अभी तक का सबसे गंभीर आरोप लगाया है। इसमें आश्रम संचालिका अनिता शर्मा, सचिव तुलसी धनराज शादीजा के साथ ही महिला व बाल विकास अधिकारी रामनिवास बुधौलिया की भूमिका कठघरे में है।
चार बच्चियां गायब होने का गंभीर आरोप
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश यादव ने मंगलवार सुबह (9 जुलाई) प्रेस कांफ्रेंस कर यह आरोप लगाए। इसमें कई बेहद गंभीर हैं। इसमें चार बच्चियां लापता होने और इनके नाम पर लाड़ली लक्ष्मी राशि लेने का आरोप है।
यादव ने कहा कि अनिता शर्मा, तुलसी शादीजा और महिला व बाल विकास अधिकारी बुधौलिया ने मिलकर चार लड़कियों को गायब कर दिया है, यह लड़कियां लापता हैं। इनके नाम व अन्य डिटेल भी यादव ने साझा की है।
- कृष्ण कली परमानंद- संस्था में प्रवेश दिनांक 28/01/2013,जन्म दिनांक 20/01/2006 उम्र 15 वर्ष,समग्र आई डी नम्बर 305213762 एंव आधार क्रमांक नम्बर 792745938201
- प्रिंसी परमानंद- संस्था प्रवेश दिनांक -2/04/2018,जन्म दिनांक-6/02/2014,उम्र 7 वर्ष समग्र आईडी -306623673,आधार नम्बर- 816402447074
- काजल परमानंद या काजल परमानंद- संस्था प्रवेश दिनांक-3/04/2017 या 3/04/17,उम्र 12 वर्ष आधार-515083807626 /नहीं हैं। और (4) नंदनी परमानंद- संस्था प्रवेश दिनांक-15/06/2011,जन्म दिनांक-5/08/2006,उम्र 14 वर्ष,समग्र आईडी-306623696,आधार कार्ड नम्बर- 492707761181
दूसरा गंभीर आरोप- नौ लड़कियां अधिक उम्र की भी
यादव ने दूसरा गंभीर आरोप लगाया कि अनाथ आश्रम में नियम विरुद्ध और अवैध तरीके से करीब 9 ऐसी लड़कियां भी रह रही थीं, जिनकी उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच है।
पता चला है कि इन लड़कियों को बर्थ डे पार्टियों और फॉर्म हाउस पार्टियों में अवैध तरीके से प्राइवेट कारों से पहुंचाया जाता रहा है। यादव ने आरोप लगाए कि बच्चों की मौत के बाद अनिता शर्मा, तुलसी शादीजा और बुधौलिया ने रातों रात सारी बड़ी लड़कियों को गायब करा दिया।
फर्जी तरीके से लाड़ली लक्ष्मी योजना में नाम जुड़वाया
तीसरा गंभीर आरोप लगाया है कि फर्जी तरीके से लाड़ली लक्ष्मी योजना में 25 लड़कियों को शामिल कराकर अनिता शर्मा को लाभ दिलाने का षड्यंत्र रचा गया। जबकि लाड़ली लक्ष्मी योजना में 5 वर्ष से बड़ी बच्चियों को शामिल नहीं किया जा सकता। फर्जी नामों से जमकर सरकारी डोनेशन का पैसा लूटा गया है।
यह सबसे गंभीर आरोप, बच्चियों को बड़ा करने के लिए आक्सीटोसिन इंजेक्शन
यादव ने बेहद गंभीर आरोप लगाया है कि आश्रम की बच्चियों को जल्दी बड़ा करने के लिए विशेष तरह के ऑक्सिटॉक्सिन इंजेक्शन दिए जा रहे थे। यह बेहद गंभीर आरोप हैं लिहाजा एम्स के महिला डॉक्टरों की टीम बनाकर इस आरोप की जांच एंव सत्य का पता लगाने के लिए अनाथ आश्रम की बच्चियों का मेडिकल टेस्ट कराना चाहिए।
यह की गई सीएम से जांच की मांग
उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के साथ ही सीएम डॉ. मोहन यादव को भी शिकायत की है और यह जांच के लिए मांग की है। साथ ही एफआईआर दर्ज कराने की मांग की गई है।
- चार बच्चियों आश्रम से लापता हैं। महिला बाल विकास अधिकारी ने तथ्य क्यों छिपाए। चारों लाड़ली लक्ष्मी जीवित हैं या नहीं?
- अनाथ आश्रम संचालिका अनिता शर्मा और बुधौलिया ने संयुक्त रूप से षड्यंत्र रचकर लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत फर्जी उम्र प्रमाण पत्र बनाकर 25 लड़कियों को लाड़ली लक्ष्मी बनाया, जिनकी उम्र 5 वर्ष से अधिक हैं। यह कृत्य भ्रष्टाचार और
- 420 की श्रेणी का सत्यापित अपराध हैं।एफ़आइआर दर्ज की जाए।
- अनाथ आश्रम में 18 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों को कौन से अधिकारी के आदेश पर रखा गया था। इन लड़कियों को बच्चों की मौत होते ही रातों रात क्यों गायब किया गया। जिस अधिकारी के संरक्षण में अवैध रूप से लड़कियों को आश्रम में रखा गया, उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज होना चाहिए।
अप्पू नाम का ऑटो ड्राइवर लेकर गया मुक्तिधाम
यादव ने अन्य आरोप लगाए कि अनाथ आश्रम से बच्चों की मौत के बाद ऑटो में पटककर दफनाने ले जाते थे। इन ऑटो वाले का नाम अप्पू शेखावत व दीपक मिश्रा है। वहीं द सूत्र ने अप्पू से बात की तो उसने बताया कि पुरानी बात है एक- दो बार मुक्तिधाम लेकर गया था, लेकिन अब नहीं जाता हूं।
बुधौलिया पर सभी मेहरबान
इस पूरे मामले में महिला व बाल विकास अधिकारी रामनिवास बुधौलिया की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध है। अभी तक विभाग किस तरह से आश्रम की जांच कर क्लीन चिट दे रहा था। इस रिपोर्ट पर ही शासन ने 1.20 करोड़ रुपए अनुदान जारी किए।
आश्रम की जांच करने भी गए तो एसडीएम ओम बड़कुल के साथ ठहाके लगाने में यह भी शामिल थे, लेकिन यह बच गए। वहीं जब एनसीपीसीआर मेंबर डॉ. दिव्या गुप्ता ने इनसे जानकारी मांगी और बैठक में बुलाया तो छुट्टी पर होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। जांच आयोग को बुधौलिया ने किसी तरह का सहयोग नहीं किया और बचाने की मुद्रा में ही अधिक रहे।
इधर एक बच्चा गायब, अपहरण का केस दर्ज कराया
इंदौर के श्री युगपुरुष धाम पंचकुईया आश्रम में क्षमता से अधिक बच्चों को इंदौर के दूसरे आश्रमों में शिफ्ट किया जा रहा है। इस दौरान 16 साल का एक मानसिक दिव्यांग बच्चा लापता हो गया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज बच्चे की तलाश शुरू की है।
इस मामले में श्री युगपुरुष धाम की संचालिका डॉ. अनिता शर्मा ने केस दर्ज कराया है। तेजाजी नगर पुलिस के अनुसार बच्चे को रविवार को श्री युगपुरुष धाम आश्रम से खंडवा नाका स्थित अखंड परमानंद आश्रम में शिफ्ट किया गया था।
आश्रम की संचालिका शुभदा ऑस्कर ने डॉ. अनिता शर्मा को फोन पर इसकी जानकारी दी। शुभदा ने बताया कि बच्चा सोमवार शाम 4 बजे तक आश्रम के हॉल में खेल रहा था। इसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। सोमवार शाम 7 बजे तक उसे कई जगह तलाशा, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
सूचना मिलने पर डॉ. अनिता शर्मा अखंड परमानंद आश्रम पहुंची। उन्होंने मामले की जानकारी लेने के बाद पुलिस से शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि उन्हें बच्चे के अपहरण की आशंका है।
हरदा से आया था बच्चा
पुलिस के मुताबिक बच्चा सीडब्ल्यूसी हरदा से कुछ दिन पहले युग पुरुष आश्रम आया था। इसके बाद से वह युग पुरुष धाम में रह रहा था। बच्चे की तलाश को लेकर पुलिस की टीमें भी उसकी तलाश कर रही है।