इंदौर के Z आकार के ओवरब्रिज पर मंत्री की सफाई, तकनीकी रूप से सही बन रहा है ब्रिज, सभी मापदंड पूरे कर रहे
मंत्री राकेश सिंह ने मीडिया को बताया कि निर्माणाधीन आरओबी की लंबाई 1027.60 मीटर और चौड़ाई 12.00 मीटर रखी गई है। इसका डिज़ाइन ऐसा है कि यह तीन प्रमुख दिशाओं — पोलोग्राउंड, लक्ष्मीबाई स्टेशन और भागीरथपुरा की ओर यातायात को जोड़ने का काम करेगा।
इंदौर में भी भोपाल के ऐशबाग जैसे 90 डिग्री घुमाव वाले ब्रिज की तरह ओवरब्रिज बनाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मामला इतना बड़ गया कि पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह को इसकी सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। पोलोग्राउंड क्षेत्र में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) को लेकर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने स्पष्ट किया है कि इस परियोजना का कार्य पूरी तरह से स्वीकृत तकनीकी डिजाइन और भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के मानकों के अनुरूप हो रहा है। मंत्री सिंह ने बताया कि यह ओवरब्रिज रेलवे और लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए संयुक्त सर्वेक्षण और डिजाइन प्रक्रिया के तहत तैयार किया गया है।
तीन दिशाओं को जोड़ेगा ब्रिज
मंत्री राकेश सिंह ने मीडिया को बताया कि निर्माणाधीन आरओबी की लंबाई 1027.60 मीटर और चौड़ाई 12.00 मीटर रखी गई है। इसका डिज़ाइन ऐसा है कि यह तीन प्रमुख दिशाओं — पोलोग्राउंड, लक्ष्मीबाई स्टेशन और भागीरथपुरा की ओर यातायात को जोड़ने का काम करेगा। यह बहु-भुजीय ढांचा शहर में बढ़ते ट्रैफिक लोड को सुव्यवस्थित करने में सहायक होगा।
रेडियस और मोड़ों का डिजाइन IRC मानकों के अनुसार
उन्होंने बताया कि ओवरब्रिज में कुल पाँच वक्र (टर्न) बनाए जा रहे हैं, और इन सभी का निर्माण भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के दिशानिर्देशों के मुताबिक किया जा रहा है। साथ ही डिजाइन संरचनात्मक दृष्टि से संतुलित और यातायात के लिए सुरक्षित है।
IRC मानकों के अनुसार किसी भी वक्र का न्यूनतम रेडियस 15 मीटर होना चाहिए।
जबकि इस ओवरब्रिज के सभी टर्न का रेडियस लगभग 20 मीटर निर्धारित किया गया है।
यह ओवरब्रिज तीन दिशाओं — पोलोग्राउंड, लक्ष्मीबाई स्टेशन और भागीरथपुरा — को आपस में जोड़ेगा।
ये है ओरिजनल मैप जो कि पीडब्ल्यूडी ने तैयार किया है
सभी पहलुओं पर तकनीकी परीक्षण
मंत्री ने कहा कि निर्माण में रेडियस ऑफ कर्वेचर, डिजाइन स्पीड और सुपर एलीवेशन जैसे सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मानकों के अनुरूप सुनिश्चित किया गया है। यह ओवरब्रिज शहर के तीन प्रमुख क्षेत्रों के बीच निर्बाध और सुरक्षित यातायात की सुविधा देगा।
पीडब्ल्यूडी के अफसराें ने यह कहा
रेलवे ओवरब्रिज को लेकर लोक निर्माण विभाग ने आधिकारिक बयान जारी किया है। विभाग ने साफ किया है कि इस ओवरब्रिज का निर्माण स्वीकृत तकनीकी डिजाइन और भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के मानकों के अनुसार ही किया जा रहा है। मुख्य अभियंता की ओर से स्पष्ट किया गया है कि लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) द्वारा जो स्वीकृत रेखांकन है, वह वायरल हो रही स्कीम से काफी अलग और तकनीकी रूप से उपयुक्त है। विभाग ने यह भी बताया कि रेडियस ऑफ कर्वेचर, डिजाइन स्पीड, और सुपर एलीवेशन जैसे तकनीकी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ही होरिजॉन्टल कर्व का डिजाइन किया गया है। निर्माण कार्य इसी डिज़ाइन के अनुरूप आगे बढ़ाया जा रहा है।
ब्रिज को लेकर बोले जीतू पटवारी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कैसा इंदौर बनाया हमने चार लोग ट्रैफिक में मर गए। कल्पना करो कि चार लोगों की मौत इसलिए हो गई कि ट्रैफिक जाम था। ऐसा इंदौर बनाया हमने। जो ब्रिज भोपाल में बना। जिसमें मुख्यमंत्री ने बाद में संज्ञान लिया। पूरा पैसा डल गया उसके बाद। दो अधिकारी सस्पेंड कर दिए। अधिकारी सस्पेंड होने से सरकार के खजाने में पैसा तो आएगा नहीं। ऐसा ही जेड टाइप ब्रिज यहां इंदौर में बन रहा है, इसका मतलब यहां के जनप्रतिनिधि अंधे है, यहां के विधायक यहां का सांसद यहां का महापौर सुनता नहीं है, इन्होंने आंख बंद कर रखी है। या दूसरा पहलू है भ्रष्टाचार करना है तो कुछ भी बनाओ कमिशन दो। दो ही रास्ते हो सकते है।