मध्य प्रदेश IPS सीनियरिटी लिस्ट में बदलाव, मऊगंज SP दिलीप सोनी को 9 साल पुरानी सीनियरिटी का तोहफा

मध्यप्रदेश में चार आईपीएस अफसरों को 9 साल पुरानी सीनियरिटी मिली। जिससे उनकी पोस्टिंग और प्रमोशन में प्राथमिकता होगी। दिलीप सोनी, जो चार महीने पहले ही आईपीएस बने थे, को मध्यप्रदेश सरकार ने मऊगंज का एसपी नियुक्त किया है।

author-image
Sandeep Kumar
New Update
IPS Dilip Kumar Soni

बांए से IPS दिलीप कुमार सोनी और प्रकाश सिंह परिहार

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

MP News: मध्य प्रदेश में पुलिस सेवा के चार अफसरों को एक अहम प्रमोशन मिला है, जिसके तहत उन्हें 9 साल पुरानी सीनियरिटी दी गई है। राज्य पुलिस सेवा (State Police Service) से प्रमोट होकर आईपीएस (Indian Police Service) बने इन चार अफसरों को अब 2016 बैच के आईपीएस अफसरों के बराबर माना जाएगा। इस फैसले से इन अफसरों की वरिष्ठता (Seniority) अब 2016 बैच के अधिकारियों के समकक्ष हो गई है, जबकि इनकी नियुक्ति 2023 में की गई थी, और इसका नोटिफिकेशन 2024 में हुआ।

यह कौन-कौन से अफसर हैं?

केंद्र सरकार द्वारा दिए गए इस फैसले से प्रभावित होने वाले अफसरों की सूची में चार प्रमुख नाम शामिल हैं

  • प्रकाश सिंह परिहार (1995 बैच)
  • दिलीप कुमार सोनी (1997 बैच)
  • अवधेश प्रताप सिंह (1997 बैच)
  • राजेंद्र कुमार वर्मा (1997 बैच)

इन चारों अधिकारियों को अब आईपीएस में प्रमोशन मिला है, लेकिन उनकी सीनियरिटी 2016 बैच के अफसरों के बराबर मानी जाएगी। इसका मतलब यह है कि ये अधिकारी 2017 और उसके बाद के बैच से सीनियर माने जाएंगे।

ये खबर भी पढ़िए... OLA ऑटो ड्राइवर की शर्मनाक हरकत, बाथरूम करने के बहाने महिला को दिखाया प्राइवेट पार्ट

जितना पुराना बैच उतनी सीनियरिटी

सरकारी नौकरी में seniority एक महत्वपूर्ण मानक होता है। जितना पुराना बैच होता है, उतनी अधिक सीनियरिटी होती है। इसका सीधा प्रभाव प्रमोशन (Promotion) और पोस्टिंग (Posting) पर पड़ता है, और इससे वेतन (Salary) में भी बढ़ोतरी होती है। इसलिए, इन अधिकारियों को सीनियरिटी के दृष्टिकोण से बड़ा लाभ मिलेगा, जिससे उनकी पोस्टिंग और प्रमोशन में स्पष्ट रूप से प्राथमिकता मिलेगी।

ये खबर भी पढ़िए... MP Kalyani Sahayata Yojna के तहत श्रमिकों की विधवाओं को मिलती है आर्थिक मदद , जानें कैसे

मध्यप्रदेश आईपीएस सीनियरिटी सूची में बदलाव

नई seniority के तहत ये चार अफसर अब मध्यप्रदेश कैडर की आईपीएस सीनियरिटी सूची में 2016 बैच के डॉ. संजय कुमार अग्रवाल के नीचे और 2017 बैच के आईपीएस अंकित सोनी के ऊपर स्थान पाएंगे। यह बदलाव इन अधिकारियों की कार्यशैली और भविष्य में पदोन्नति के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

ये खबर भी पढ़िए... Relationship Tips : अपने पार्टनर से नो-गो टॉपिक्स डिस्कस करना है जरुरी, जानिए क्यों

दिलीप सोनी की मऊगंज में नियुक्ति

 जब मऊगंज के गड़रा गांव में पुलिसकर्मी और एक ग्रामीण की हत्या हो गई थी, साथ ही पुलिसकर्मियों पर पथराव और मारपीट की घटनाएं सामने आई थीं। इस मामले में तत्कालीन एसपी रसना ठाकुर को हटाकर दिलीप सोनी को एसपी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

ये खबर भी पढ़िए... एमपी की कांग्रेस नेत्रियों को आ रहे फेक कॉल्स, की अभद्र बात, पार्टी ने जारी किया अलर्ट!

सीनियरिटी की नई व्यवस्था और इसके प्रभाव

  • सार्वजनिक प्रशासन में वरिष्ठता का सीधा प्रभाव अधिकारियों की कार्यशैली और उनके कार्यकाल पर पड़ता है।
  • इस निर्णय से राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को भविष्य में अधिक अवसर मिलेंगे, जिससे उनका कॅरियर और प्रभाव बढ़ेगा।
  • अधिकारियों को इस निर्णय के माध्यम से न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था में मान्यता मिलेगी।

FAQ

सीनियरिटी का क्या मतलब होता है?
सीनियरिटी से मतलब है एक अधिकारी की नियुक्ति के समय से लेकर अब तक के अनुभव और उसकी कार्यशक्ति के आधार पर उसे मिलने वाली प्राथमिकता। यह प्रमोशन और पोस्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आईपीएस के लिए प्रमोशन कब मिलता है?
आईपीएस अफसरों को प्रमोशन मिलने का समय विभिन्न परिस्थितियों पर निर्भर करता है, जैसे कि उनके कार्यकाल, सफलता, और अन्य प्रशासनिक कारक।
मऊगंज में दिलीप सोनी को एसपी क्यों नियुक्त किया गया?
मऊगंज में हाल ही में हुई हिंसा और पुलिसकर्मियों पर हमले के बाद तत्कालीन एसपी को हटाकर दिलीप सोनी को नए एसपी के रूप में नियुक्त किया गया।



 

 

 IPS अधिकारियों को मिली सीनियरिटी 

IPS अधिकारियों को मिली सीनियरिटी आईपीएस प्रमोशन मऊगंज मध्य प्रदेश MP News