भारतीय रेलवे ने मध्यप्रदेश के इटारसी से आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा के बीच 978 किलोमीटर लंबी चौथी रेलवे लाइन बिछाने की योजना तैयार कर ली है। इस प्रोजेक्ट का जमीनी सर्वे पूरा हो गया है। अब मिट्टी के परीक्षण के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। चौथी रेलवे लाइन से न केवल यात्री परिवहन में सुधार होगा, बल्कि मालगाड़ियों के संचालन में भी बड़ी तेजी आएगी।
इटारसी से विजयवाड़ा के बीच प्रस्तावित इस चौथी रेलवे लाइन के निर्माण के लिए मिट्टी का परीक्षण किया जा रहा है। रेलवे के इंजीनियरों ने इटारसी, मुलताई, पांढुर्ना और नागपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों के आसपास से मिट्टी के नमूने इकट्ठे किए हैं। इस काम को अंजाम देने के लिए हैदराबाद स्थित "आरवी एसोसिएट्स" कंपनी ने प्रारंभिक सर्वेक्षण किया है। इटारसी से लेकर नागपुर तक के 250 किमी क्षेत्र में आने वाले पुल-पुलियों के पास से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं। इस परीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रस्तावित ट्रैक की मजबूती और स्थायित्व को बनाए रखा जा सके।
बनेंगे नए स्टेशन, यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा
इस नई रेलवे लाइन के निर्माण से इटारसी, बैतूल, आमला, नागपुर, वल्लारशाह, रामगुंडम, विजयवाड़ा जैसे बड़े स्टेशनों के अलावा कई नए स्टेशन भी बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों के बनने से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और कई नए क्षेत्रों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। चौथी रेलवे लाइन को मौजूदा ट्रैक से अलग रूट पर बिछाया जाएगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर यह पुराने ट्रैक के पास भी आएगी। यह लाइन मालगाड़ियों के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई है, जो 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम होगी।
माल परिवहन में आएगी तेजी
भारतीय रेलवे ने उत्तर और दक्षिण भारत के बीच माल परिवहन को और तेज करने के लिए इस 978 किलोमीटर लंबे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की योजना बनाई है। इस कॉरिडोर पर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जा रही है, जिस पर विशेष रूप से मालगाड़ियां ही चलेंगी। मालगाड़ियों के संचालन के लिए इटारसी और बैतूल क्षेत्र में कई स्थानों पर गांवों की पहचान की गई है। इटारसी में 9 गांव और बैतूल में 88 गांव इस परियोजना में चिह्नित किए गए हैं, जहां ट्रैक के किनारे काम किया जाएगा।
बंद होंगे 11 रेलवे गेट
इस परियोजना के अंतर्गत इटारसी से विजयवाड़ा के बीच आने वाले रेलवे गेटों को भी बंद करने की योजना है। पवारखेड़ा, सोनासांवरी, आमला से लेकर ताकू स्टेशन तक 11 रेलवे गेट बंद किए जाएंगे, जिससे मालगाड़ियों और यात्री गाड़ियों के आवागमन में कोई रुकावट न हो। इसके साथ ही, रेलवे यात्री गाड़ियों के संचालन को और सुचारू बनाने के लिए नए फ्लाईओवर या अंडरपास का भी निर्माण कर सकती है।
रेलवे नेटवर्क का विस्तार और भविष्य की योजनाएं
चौथी रेलवे लाइन के निर्माण के साथ ही भारतीय रेलवे देशभर में माल और यात्री परिवहन को और प्रभावी बनाने की योजना पर काम कर रहा है। नई लाइन बिछाने के साथ कुछ स्थानों पर वर्तमान रेलवे नेटवर्क को और भी उन्नत किया जाएगा। इसके अलावा, यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ नए स्टेशन भी प्रदान किए जाएंगे। इस योजना से रेलवे के परिचालन में सुधार होगा और उत्तर से दक्षिण भारत तक सामान और यात्रियों की आवाजाही में और तेजी आएगी।
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