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जबलपुर में क्राइम ब्रांच के 22 पुलिस कर्मियों को एक साथ लाइन अटैच किए जाने का मामला सामने आया है। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसे विभागीय रूटीन कार्रवाई बता रहे हैं। बीते दिनों सामने आई मीडिया रिपोर्ट और इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सामने आ रही शिकायतों के आधार पर इसे कड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
एसपी संपत उपाध्याय ने लिया एक्शन
जबलपुर में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय (SP Sampat Upadhyay) ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। एसपी ने एक साथ क्राइम ब्रांच के 22 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच (Jabalpur Police Line Attach) कर दिया है। यह कार्रवाई विभागीय अनुशासन को बेहतर बनाने और जनता में पुलिस की छवि सुधारने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
कार्रवाई के पीछे यह वजह...
पुलिस विभाग के सूत्र ही बता रहे हैं कि इस बड़े कदम के पीछे मुख्य कारण जनता सहित विभागीय शिकायतें और प्रदर्शन में कमी हैं। क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मियों पर आरोप थे कि वे अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन नहीं कर रहे थे। एसपी संपत उपाध्याय ने जबलपुर में पदभार ग्रहण करते ही यह स्पष्ट किया था कि जिले में कानून-व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा। अब इस कार्रवाई का उद्देश्य भी पुलिस बल को अधिक जवाबदेह और कार्यकुशल बनाना ही समझ आ रहा है।
लंबे समय से जमे कर्मचारियों का हुआ है ट्रांसफर
जब इस मामले में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय से बात की गई तो उन्होंने इसे रुटीन ट्रांसफर बताया। वहीं, जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने भी मीडिया से चर्चा में बताया कि इन कर्मचारियों का ट्रांसफर रुटीन ट्रांसफर है। क्योंकि यह तीन से चार साल तक एक ही जगह पर जमे हुए थे। आधिकारिक बयान अपनी जगह है, पर बीते दिनों लगातार मीडिया रिपोर्ट्स में भी यह सामने आ रहा था कि इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कई शिकायतें आ रही हैं और क्राइम ब्रांच की पूरी का पूरी टीम मनमर्जी तरीके से चल रही है। ऐसे में जिन भी कारणों से यह फैसला लिया गया हो। इस फैसले का जनता के साथ ही पुलिस महकमें के द्वारा भी स्वागत किया जा रहा है।
पदभार संभालने के बाद सख्त शुरुआत
जबलपुर पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने 25 अक्टूबर 2024 को पदभार संभाला था। चार्ज लेते ही उन्होंने बता दिया था कि अपराध नियंत्रण, जनता की सुरक्षा और पुलिस की कार्यशैली में सुधार उनकी प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने संकेत दिए थे कि वे पुलिस विभाग के ढांचे में अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
एसपी उपाध्याय की प्राथमिकताएं
महिलाओं की सुरक्षा: एसपी ने कहा था कि जिले में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।
साइबर अपराध: डिजिटल माध्यम से हो रहे अपराधों को रोकने के लिए विशेष टीम गठित की जा रही है।
अवैध नशे का कारोबार: नशे के अवैध व्यापार पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
यातायात और अतिक्रमण: शहर में यातायात सुधार और अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
जनता कर रही ऐसे फैसलों की सराहना
इस कार्रवाई को आम जनता और वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना मिली है। इसे जिले की कानून-व्यवस्था को सुधारने और पुलिस बल में अनुशासन कायम करने के सकारात्मक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि इससे अपराधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी और आम लोगों का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा।
पुलिस अधिकारियों को एसपी ने लगाई फटकार
एसपी संपत उपाध्याय ने पुलिसकर्मियों को ईमानदारी और समर्पण से काम करने का निर्देश दिया है। थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस अधिकारियों की बैठक में कई मौके ऐसे सामने आ चुके हैं जिसमें पुलिस अधिकारियों को एसपी के द्वारा जमकर लताड़ लगाई गई है। चाहे फिर एफआईआर ना लिखने का मामला हो या सही जांच न करने की शिकायत। एसपी ने साफ संकेत दिए हैं कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम जिले में प्रशासनिक दक्षता और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक मजबूत शुरुआत का प्रतीक है। इस तरह जे फैसलों से जबलपुर पुलिस की कार्यशैली में भी जरूर सुधार होगा।
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