जबलपुर में डेंगू का प्रकोप, एडवोकेट जनरल भी हुए शिकार
मध्य प्रदेश के एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह तक डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग लगातार यह दावा कर रहा है कि जबलपुर में डेंगू कंट्रोल में है।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में सफाई व्यवस्था को लेकर लगातार राजनीतिक खींचतान और आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। नगर निगम का दावा है कि सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मच्छरों की रोकथाम के लिए फागिंग से लेकर डोर टू डोर सर्वे हो रहा है पर शहर में जगह-जगह पहले कूड़े के ढेर और बढ़ते मरीजों की संख्या इन दावों की पोल खोल रहे हैं। जबलपुर में प्रशासन भले ही कितने दावे करें पर दावों की पोल धरातल पर खुलती हुई नजर आ रही है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डेंगू का प्रकोप जबलपुर में नहीं है पर आलम यह है कि मध्य प्रदेश के एडवोकेट जनरल तक इसके शिकार हो चुके हैं।
डेंगू का आंकड़ा 300 के पार
जानकारी के अनुसार जबलपुर में डेंगू के मरीजों की संख्या 325 हो चुकी है। जब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग से जानकारी ली गई तो स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डेंगू कंट्रोल हो रहा है और जबलपुर में डेंगू का प्रकोप नहीं है। असलियत में अगर केवल जबलपुर के जिला अस्पताल विक्टोरिया की ही बात की जाए तो डेंगू वार्ड भरा पड़ा है। वहीं अन्य अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों की भारी संख्या है और मरीज का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। डेंगू के मरीजों का जो आंकड़ा पिछले वर्ष 188 में रुक गया था अब वह तीन सैकड़ा पर कर चुका है। इसके बाद भी शहर में फॉगिंग से लेकर साफ सफाई तक हर व्यवस्था ढप्प पड़ी हुई है।
डेंगू से बचाव के लिए महत्वपूर्ण उपाय
1. मच्छरों को पनपने से रोकें। 2. मच्छरदानी का प्रयोग। 3. मच्छर भगाने वाले साधनों का इस्तेमाल। 4 शरीर को ढकने वाले पूरे कपड़े पहनें।
34 टीम लगी रोकथाम में : स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार विभाग और नगर निगम की 22 टीमों सहित 12 टीम में एनजीओ की भी शहर में काम कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की माने तो शहर में फॉगिंग से लेकर हर प्रकार से मच्छरों को रोकने के प्रयास किया जा रहे हैं। लेकिन यह प्रयास केवल कागजों में ही देखने को मिल रहे हैं । अगर धरातल की बात की जाए तो फागिंग मशीन तो देखने को भी नजर नहीं आती। वही कचरे का ढेर तो एक आम बात हो चुकी है। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मच्छरों को रोकने के प्रयास बस कागजों में किया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
अपने परिवार को डेंगू से बचने के लिए नगर निगम या स्वास्थ्य विभाग के भरोसे बिल्कुल भी ना रहे। द सूत्र शहर की जनता से यह निवेदन कर रहा है कि इन उपायों को अपना कर अपने परिवार को डेंगू से बचाए।
डेंगू के बारे में स्वास्थ्य विभाग का क्या है दावा ?
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जबलपुर में डेंगू का प्रकोप नहीं है और स्थिति नियंत्रण में है, जबकि वास्तविकता यह है कि अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
डेंगू से बचाव के लिए क्या सुझाव हैं ?
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों को पनपने से रोकने, मच्छरदानी का उपयोग करने, मच्छर भगाने वाले साधनों का इस्तेमाल करने और शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने का सुझाव दिया गया है।