Jabalpur : संस्कारधानी जबलपुर की युवतियों ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की जब पहली बार एक गर्ल्स टीम ने हिमाचल प्रदेश की भृगु लेक पर 14 हज़ार 500 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा लहराया। इस दल का नेतृत्व पर्वतारोही सौरभ कुशवाहा कर रहे थे। यह टीम 13 अक्टूबर को जबलपुर से रवाना हुई और दिल्ली होते हुए मनाली पहुंची थी और 16 अक्टूबर को उन्होंने भृगु लेक की ओर चढ़ाई शुरू की।
तय समय से पहले पूरी की चढ़ाई
सौरभ कुशवाहा के नेतृत्व में यह टीम 16 अक्टूबर को कुलंग से 11:30 बजे चढ़ाई शुरू कर 4:15 बजे मोरी डोंग बेस कैंप पहुंची। अगले दिन, 17 अक्टूबर को सुबह 7 बजे टीम ने अपनी गाइड रवीना ठाकुर और हरिंदर ठाकुर के साथ भृगु लेक के लिए अंतिम चढ़ाई शुरू की। उनके गाइड के द्वारा उन्हें चढ़ाई के लिए दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक का समय दिया गया था लेकिन मौसम की चुनौती के बावजूद उनकी टीम ने 10 बजकर 40 मिनट पर सफलतापूर्वक भृगु लेक पर देश की बेटियों के सशक्तिकरण का संदेश देते हुए तिरंगा फहराया।
पेश की एक नई मिसाल
सौरभ ने बताया कि यह गर्ल्स टीम पहली ऐसी टीम है जिसने समय से पहले भृगु लेक पर चढ़ाई को सम्मिट किया और राष्ट्रीय ध्वज लहराकर एक नई मिसाल कायम की। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बढ़ाओ" का संदेश भी दिया, जिससे भारत में जबलपुर का गौरव बढ़ा है।
यह थी पूरी टीम
इस टीम में सौरभ कुशवाहा के साथ मेघना लोधी, सरिता द्विवेदी, मुस्कान पटेल, मोनिका गौतम, साक्षी अतरबेल, अंजनी राय, मुस्कान पाल, अदिती कुशवाहा, कशिश राजपूत, और सपना साहू शामिल थीं। इस अभियान में विष्णु विनोदिया का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। संस्कारधानी की युवतियों के द्वारा पूरा किया गया यह ऐतिहासिक सफर न केवल साहस और दृढ़ता का प्रतीक है, बल्कि समाज में बेटियों के सशक्तिकरण का संदेश भी फैलाता है।