जबलपुर के घमापुर निवासी राजा सोनकर साल 2012 से जबलपुर की जेल में बंद था। उसे आजीवन कारावास का दंड दिया गया था। जेल अधिकारियों के अनुसार सोमवार की सुबह उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई जिसके बाद उसे अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया और उसके बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां 2 घंटे के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने लगाए मारपीट के आरोप
मृतक कैदी राजा सोनकर के परिजन जब मेडिकल अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने बताया कि वह जेल में जब भी कैदी से मिलने जाते थे तो वह उन्हें बताता था कि उसके साथ पुलिसकर्मियों के द्वारा बहुत मारपीट की जाती है। मृतक के शरीर पर निशानों को दिखाते हुए परिजनों ने यह आरोप लगाया कि उसकी जान पुलिस द्वारा की गई मारपीट के कारण गई है।
कैदी की मौत की होगी ज्यूडीशियल जांच
नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय कारागार के जेलर मदन कमलेश ने बताया कि यह कैदी जेल में 2012 से कैद था इसे अंतिम सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने बताया कि कैदी मानसिक रूप से विक्षिप्त भी था इसके कारण वह मानसिक रोगी विभाग में ही रहता था। सोमवार की सुबह लगभग 7:30 बजे उसकी तबीयत खराब होने के बाद उसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अस्पताल में रिफर किया गया, जहां उसे माइक में भर्ती कर उपचार किया गया। सुबह लगभग 8:30 बजे मेडिकल अस्पताल के डॉक्टरों ने कैदी को मृत घोषित कर दिया। इस तरह इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है। इस मामले की ज्यूडीशियल जांच भी की जाएगी।