नील तिवारी Jabalpur. नरसिंहपुर जिले के एक किसान के ऊपर झूठा बिजली चोरी का मामला कायम कर उस मामले को रफा दफा करने के लिए रिश्वत लेने वाले कनिष्क अभियंता नागेंद्र सिंह ( Junior Engineer Nagendra Singh ) को लोकायुक्त ( Lokayukta ) ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए बिजली विभाग के दफ्तर में ही रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
क्या था पूरा मामला ?
नरसिंहपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में केदार पटेल खेती किसानी का काम करते हैं। केदार के खेतों में बिजली के कनेक्शन भी हैं जिसमें बाकायदा बिजली विभाग के मीटर भी लगे हुए हैं। 18 मई को तड़के सुबह 5:30 बजे बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर ( junior engineer ) नागेंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ उनके खेतों पर छापा मारा और बिजली की लाइन को मीटर से हटकर डायरेक्ट कर दिया। इस आधार पर नागेंद्र सिंह ने किसान के ऊपर ऑनलाइन बिजली चोरी का प्रकरण भी कायम कर दिया। इसके बाद जूनियर इंजीनियर नगेंद्र ने किसान को बताया कि इस मामले में डेढ़ लाख रुपए का जुर्माना होगा। यदि किसान केदार पटेल इस जुर्माने से बचना चाहता है तो मामला रफा दफा करने के लिए उसे 20 हज़ार रुपये रिश्वत देनी पड़ेगी।
पहली किस्त लेते रंगे हाथों पकड़ा गया नागेंद्र सिंह
किसान केदार पटेल ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त से की इसके बाद लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक सुरेखा परमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। किसान केदार पटेल जूनियर इंजीनियर को अपनी समस्या बताते हुए यह कहा कि अभी वह पूरी रकम नहीं दे सकता पर 10 हजार रुपए की व्यवस्था उसके पास है। जूनियर इंजीनियर नागेंद्र सेन ने किसान को यह रिश्वत देने के लिए अपने बिजली विभाग के कार्यालय में ही बुलवाया। इसके बाद रिश्वत की पहली किस्त 10 हजार रुपए लेकर किसान नागेंद्र सिंह के कार्यालय पहुंचा और लोकायुक्त पुलिस ने जूनियर इंजीनियर नागेंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों बिजली विभाग के कार्यालय से ही गिरफ्तार किया।