जबलपुर में बीजेपी पार्षदों ने विरोध करते हुए नर्मदा गंगाजल सहित मंत्र 4 के बीच निगम सदन का शुद्धिकरण किया। इस शुद्धिकरण के लिए बीजेपी के पार्षदों ने इलाहाबाद से गंगाजल मंगाया और जबलपुर से नर्मदा जल इकट्ठा किया था। शुद्धिकरण के दौरान सरस्वती विद्यापीठ के आचार्य भी मंत्रोच्चार भी किया। निगम सदन के शुद्धिकरण के दौरान बीजेपी पार्षदों ने कहा कि जिस तरह लकड़ी को घुन खराब कर देती है उसी तरह कांग्रेस पार्टी के लिए दिग्विजय सिंह भी साबित हो रहे हैं।
दिग्विजय के आने से अशुद्ध हुआ सदन : बीजेपी पार्षद
बीजेपी पार्षद जीतू कटारे ने यह आरोप लगाया है कि नगर निगम सदन में कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के आ जाने से सदन अशुद्ध हो चुका है। बीजेपी पार्षदों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सरस्वती शिशु मंदिर और आरएसएस में बच्चों के मन में सिर्फ जहर घोला जाता है। इसी बयान का विरोध करते हुए नर्मदा गंगाजल सहित मंत्र 4 के बीच निगम सदन का शुद्धिकरण किया गया। इस शुद्धिकरण के लिए बीजेपी के पार्षदों ने इलाहाबाद से गंगाजल मंगाया और जबलपुर से नर्मदा जल इकट्ठा किया था। शुद्धिकरण के दौरान सरस्वती विद्यापीठ के आचार्य भी मंत्रोच्चार भी किया।
कांग्रेस के लिए दिग्विजय सिंह कर रहे घुन का काम
निगम सदन के शुद्धिकरण के दौरान बीजेपी पार्षदों ने कहा कि जिस तरह लकड़ी को घुन खराब कर देती है उसी तरह कांग्रेस पार्टी के लिए दिग्विजय सिंह भी साबित हो रहे हैं और पार्टी के पूरे विनाश के पीछे उनका ही हाथ है।
बीजेपी पहले करे महापौर का शुद्धिकरण : कांग्रेस पार्षद
कांग्रेस पार्षद जतिन राज ने बीजेपी के इस शुद्धिकरण को समय की बर्बादी और नौटंकी बताते हुए यह कहा कि दिग्विजय सिंह तो नर्मदा परिक्रमा भी कर चुके हैं और जब भी जबलपुर आते हैं तो मंदिरों के दर्शन सबसे पहले करते हैं पर कांग्रेस की टिकट से महापौर बने जगत बहादुर अन्नू ने जब बीजेपी जॉइन की तो क्या भारतीय जनता पार्टी ने उनका शुद्धिकरण कर दिया है। इसी तरह कई बड़े नेता कांग्रेस से भाग कर बीजेपी में शामिल हुए हैं तो क्या उनका भी शुद्धिकरण किया जाएगा। जतिन राज ने बीजेपी पार्षदों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि यह नौटंकी करनी भी है तो सबसे पहले महापौर का शुद्धिकरण करें।
सदन में विकास की चर्चा के अलावा सब हो रहा
जिस सदन की जिम्मेदारी पूरे शहर के विकास की है उस सदन में नागरिकों की सुविधाओं और शहर के विकास की चर्चा के अलावा बाकी सब होता हुआ नजर आ रहा है। हालात यह है कि जबलपुर शहर में हल्की सी बारिश होने से ही नालों का पानी रहवासियों के घरों में घुस जाता है। तो ऐसे समय में सदन के शुद्धिकरण से ज्यादा सफाई व्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दे पर ध्यान देना ज्यादा आवश्यक है।