सौरभ शर्मा ने साले रोहित तिवारी को बना दिया बड़ा बिल्डर
सौरभ शर्मा की संपत्ति जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए। सौरभ ने अपने साले को तीन करोड़ रुपए की कोठी गिफ्ट की, जिसे जबलपुर में "मां उमा निवास" नाम दिया गया।
भोपाल के परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की कहानी ने चौंका देने वाले खुलासों के साथ पूरे मध्य प्रदेश में हलचल मचा दी है। सौरभ ने अपने साले रोहित तिवारी को तीन करोड़ रुपए की कोठी गिफ्ट की, जिसे जबलपुर में "मां उमा निवास" नाम दिया गया। महज चार सालों में रोहित तिवारी जबलपुर के टॉप बिल्डर्स में शामिल हो गए हैं।
सौरभ का साला बना रियल एस्टेट का सितारा
रोहित तिवारी न केवल जबलपुर के प्रमुख बिल्डर्स में से एक बन गए, बल्कि अन्य बिल्डर्स के फंसे कामों को सुलझाने में भी सौरभ का साथ दिया। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और लोकायुक्त ने सौरभ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की, जिसमें करोड़ों की संपत्ति, नकदी, और कीमती दस्तावेज जब्त किए गए।
संपत्ति का खेल और विवाद
सौरभ के भोपाल और औबेदुल्लागंज में पेट्रोल पंप हैं, जहां उसके विवादों ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दीं। अपने रसूखदार संबंधों के चलते उसने कारोबार में मनमानी की, लेकिन नजदीकियों ने ही उसे लोकायुक्त के शिकंजे में ला खड़ा किया।
रिश्तेदारों और दोस्तों का कारोबार
सौरभ ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को होटल और रेस्टोरेंट जैसे व्यवसाय सौंपे थे। इनमें से कई लोग छापेमारी के बाद अंडरग्राउंड हो गए हैं। सौरभ के रिश्तेदारों ने सोशल मीडिया से पोस्ट डिलीट कर दिए हैं, और परिवार के लोग सतर्क हो गए हैं।
फार्म हाउस और गुप्त संपत्ति
मेंडोरी के जंगल में स्थित एक फार्म हाउस, जहां 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकदी बरामद हुई, सौरभ के करीबी रिश्तेदार का बताया जा रहा है। कार्रवाई के बाद फार्म हाउस का मालिक फरार है, और एजेंसियां उससे पूछताछ नहीं कर पाई हैं।