जबलपुर के शहपुरा थाने से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो रिश्तो को शर्मसार कर रहा है। वहीं इस मामले में पीड़ित पिता को प्रताड़ित करने में पुलिस ने भी कसर नहीं छोड़ी है।
स्कूल के लिए निकली थी छात्रा, नहीं लौटी घर
शहपुरा थाना अंतर्गत ठूंठा गांव के रहने वाले गुलाब सिंह मजदूरी का काम करते हैं और अपनी पत्नी सहित दो लड़कियों के साथ रहते हैं। उनकी बड़ी लड़की जिसकी उम्र लगभग 15 वर्ष है वह दसवीं कक्षा में शासकीय स्कूल में पढ़ती है। 31 जुलाई को उनकी बेटी स्कूल तो गई पर स्कूल की छुट्टी के बाद वह घर नहीं लौटी। शाम 8:00 बजे तक इंतजार करने के बाद उन्होंने आसपास उसकी पड़ताल की पर कहीं उसका पता न लगने के बाद शहपुरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस दौरान रिश्तदारों से पूछताछ में उन्हें पता चला कि उनका सगा बड़ा साला शेखर नारायण सिंह भी उसी दिन से घर से गायब है। घर के मोबाइल के फोन नंबर की पड़ताल करने पर भी यह पता चला कि शेखर नारायण इस नंबर पर फोन करके अपनी भांजी से बात करता था। वहीं पुलिस के द्वारा की गई पड़ताल में भी आरोपी मामा शेखर नारायण का नंबर ही सामने आ रहा है
पुलिस मांग रही बेटी को ढूंढने के लिए पैसा
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे गुलाब सिंह ने शहपुरा थाना प्रभारी पर यह आरोप लगाए कि वह उसकी बच्ची को ढूंढने के लिए कोई भी प्रयास नहीं कर रहे हैं। आरोपी नारायण सिंह के घर दमोह में जब दबिश देने की बात उन्होंने की तो थाना प्रभारी ने कहा कि आने-जाने का पैसा दें या किसी गाड़ी की व्यवस्था करें तब जाकर वह आरोपी की तलाश करेंगे। इस मामले में परिवार जनों के द्वारा पुलिस अधीक्षक के नाम शिकायती पत्र सौंपा गया है जिस पर कार्यवाही का आश्वासन भी मिला है।
बहन और जीजा को नहीं हो रहा विश्वास
इस मामले में गुलाब सिंह ने बताया कि आरोपी शेखर उनकी पत्नी का सगा भाई है और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह मामा होने के बाद भी अपनी भांजी के साथ इस तरह की हरकत करेगा। सारे सबूत सामने आने के बाद भी उन्हें अब तक इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा है कि शेखर ने इस तरह मामा और भांजी के रिश्ते को शर्मसार किया है।