MP के मंदिरों में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड का फरमान, ये कपड़े पहने तो नहीं दी जाएगी एंट्री

जबलपुर शहर के कई मंदिरों में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड के निर्देश दिए गए हैं। हिंदूवादी संगठनों ने शहर के मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगा दिए हैं।

author-image
Rohit Sahu
New Update
mp news mandir dress code
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

जबलपुर के मंदिरों में अब जीन्स टॉप या वेस्टर्न कपड़े पहनकर जाने वालों को भगवान के दर्शन नहीं कर दिए जाएंगे। शहर के कई मंदिरों के बाहर इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं। हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने भगवान के दर्शन के लिए ड्रेस कोड लागू किया है। पोस्टर्स में साफ लिखा है कि भारतीय कपड़े पहनिए, वरना दर्शन बाहर से कीजिए। पोस्टर में चेतावनी दी गई है कि मिनी स्कर्ट (Mini Skirt), क्रॉप टॉप (Crop Top), हाफ पैंट (Half Pant), फटी जींस (Ripped Jeans) और अन्य वेस्टर्न ड्रेस में दर्शन की अनुमति नहीं होगी।

भारतीय संस्कृति आपको ही बचानी 

पोस्टर महाकाल संघ और बजरंग दल  (Bajrang Dal) द्वारा लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा गया कृपया मंदिर परिसर में भारतीय संस्कृति के अनुसार वस्त्र पहनकर प्रवेश करें। साथ ही महिलाओं से सिर ढकने की अपील की गई है। पोस्टर में आगे लिखा गया इसे अन्यथा न लें हमें भारतीय संस्कृति बचानी है।

40 मंदिरों के बाहर लगे पोस्टर

महाकाल संघ के जिला मीडिया प्रभारी अंकित मिश्रा ने बताया कि अब तक 30 से 40 मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाए जा चुके हैं। जल्द ही इन्हें शहर के अन्य मंदिरों में भी लगाया जाएगा। उनका कहना है, भारतीय संस्कृति की रक्षा महिलाओं के हाथों में है। 

क्या पहनना है ये संस्कृति नहीं विवेक का विषय: महिला वकील

अधिवक्ता अंजना कुरलिया ने पोस्टर को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज की है। उनका कहना है कि महिलाओं को क्या पहनना है, ये उनका व्यक्तिगत अधिकार (Personal Choice) है। उन्होंने बताया कि प्राचीन भारतीय संस्कृति में बिना सिलाई वाले वस्त्र होते थे, जबकि आज सिलाई वाले कपड़े पहनना ईरानी परंपरा से आया है। इसलिए ड्रेस कोड की ये सोच कहीं न कहीं महिलाओं की आजादी पर सवाल खड़ी करती है।

यह भी पढ़ें...MP के इन शिव मंदिरों में ऐसी कौन सी अदृश्य शक्ति है, जो भक्तों के जीवन में बदलाव ला देती है

पोस्टर लगने से सोशल मीडिया पर उठे सवाल

पोस्टर के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इसे संस्कृति बचाने का अच्छा कदम बताया। वहीं कई लोगों ने इसकी आलोचना की है। लोगों ने लिखा की हिंदूवादी संगठन धर्म के ठेकेदार बनकर महिलाओं की आजादी छीन रहे हैं। कई महिलाओं ने पूछा कि क्या भक्ति का रिश्ता अब स्कर्ट की लंबाई से तय होगा? या मंदिरों के बाहर अब धर्म के ठेकेदार फैशन इंस्पेक्टर बनकर बैठेंगे।

यह भी पढ़ें...पुरी में बहुड़ा यात्रा के साथ रथ यात्रा का हुआ समापन, श्रीमंदिर को लौटे भगवान जगन्नाथ

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें

📢🔃 🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

 मंदिर ने लागू किया ड्रेस कोड | MP News | मंदिर में प्रवेश से रोक | Jabalpur | मध्य प्रदेश 

MP News Jabalpur जबलपुर मध्य प्रदेश मंदिर में प्रवेश से रोक मंदिर ने लागू किया ड्रेस कोड ड्रेस कोड