संबल योजना के 2 लाख रुपए के लिए ग्राम सचिव ने रखी बच्चा गिराने की शर्त

6 माह पहले जिस महिला के पति की मौत हुई थी उसे संबल योजना का भुगतान करने के ग्राम सचिव ने यह अजीब शर्त रखी। सचिव बोला इसके बाद ही इस योजना का लाभ मिलेगा... जानिए क्या है पूरा मामला

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Neel Tiwari
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Jabalpur
जबलपुर में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जिसमें ग्राम सचिव ने एक गर्भवती विधवा महिला से पहले तो बच्चा गिराने की शर्त रखी। उसके बाद उसे अकेले शहर बुलाकर अस्मत पर हाथ डालने की कोशिश की। और पति की मृत्यु के बाद सरकारी आर्थिक सहायता के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की भी मांग की।  

8 माह की गर्भवती है महिला

पीड़ित महिला जिसके पति की मृत्यु लगभग 6 महीने पहले ही हुई थी वह 8 माह की गर्भवती है। उसके साथ ग्राम सचिव के द्वारा छेड़खानी करने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही महिला के पति की मृत्यु के बाद संबल के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि के भुगतान के लिए रिश्वत की भी मांग की गई है। पीड़ित महिला के द्वारा पुलिस से शिकायत की गई है और पुलिस अधीक्षक से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई गई है।

महिला ने लगाए ग्राम सचिव पर गंभीर आरोप

पीड़ित महिला की शादी पवन सेन निवासी ग्राम हड़ा तहसील पाटन से हुई थी। महिला के पति की मौत 6 महीने पहले हो गई थी। महिला के पति की मौत के बाद उसने संबल योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता के लिए आवेदन दिया था। ग्राम पंचायत के सचिव ब्रजेश पुरी के द्वारा महिला को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसमें अपने पद का दुरुपयोग करते हुए महिला को गलत नियत से अलग-अलग जगह बुलाने और सार्वजनिक स्थान पर महिला से छेड़खानी करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। क्योंकि महिला 8 माह गर्भवती है उस पर सचिव के द्वारा उसे गर्भपात करने के लिए भी कहा जा रहा है । आरोपी सचिव पीड़ित महिला से कह रहा है कि यदि उसने गर्भपात नहीं कराया तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा और राशि की भुगतान के लिए महिला से 50 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे जाते हैं।

परिवार वालों को गांव से निकालने और जान से मारने की धमकी

पीड़ित महिला के ससुर ने बताया की संबल योजना के अंतर्गत मिलने वाले 2 लाख रुपए के भुगतान के लिए सचिव के द्वारा उसकी बहू को गलत इरादों से अलग-अलग जगह बुलाया जाता रहा है । जहां पहले बहु को दीनदयाल चौक स्थित इंडियन काफी हाउस में बुलाया गया। उसके बाद उसे SBI चौक विजयनगर में बुलाया गया और उसके साथ शारीरिक रूप से स्पर्श करने जैसी गलत हरकतें एवं गर्भपात कराने के लिए कहां गया। साथ ही यदि इस घटना का जिक्र किसी से किया तो परिवारजनों को गांव में नहीं रहने देंगे और जान से मारने की भी धमकी सचिव के द्वारा दी गई और कहा गया की पति की मौत पर मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि भी नहीं मिलेगी। इस मामले में जब द सूत्र ने आरोपी सचिव से बात करने की कोशिश की तो बृजेश पुरी के उपलब्ध तीन नंबरों में से दो नंबर बंद थे और तीसरे नंबर पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

न्याय के लिए पुलिस थानों और अधिकारियों के चक्कर काट रही महिला

महिला के द्वारा पुलिस से लगातार न्याय की गुहार लगाई जा रही है। महिला ने पहले पुलिस चौकी नुनसर में इस मामले की शिकायत की थी। लेकिन कोई उचित कार्रवाई नहीं होने पर इसकी शिकायत SDOP पाटन से भी की गई लेकिन सचिव के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई । जब पीड़ित महिला पुलिस चौकी नुनसर वापस पहुंचती है तो वहां उससे कहा जाता है। कि यह उनके क्षेत्राधिकार में नहीं है और आपका थाना विजयनगर है। इसके बाद पीड़ित महिला ने शिकायत विजय नगर थाने में दर्ज करवाई।

पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार

हैरानी की बात यह है कि पीड़ित महिला के द्वारा शाहपुर थाने से लेकर एसडीओपी तक गुहार लगाई गई है। वहीं महिला इसके पहले भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दे चुकी है । पीड़ित महिला के द्वारा विभिन्न अधिकारियों से शिकायत करने के बाद अपने परिवार जनों के साथ एसपी के सामने फिर से न्याय की गुहार लगाई गई । जहां उसे उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया।
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