जाम सांवली मंदिर : यहां विराजित प्रतिमा की नाभि से निकलता है पानी, जानें क्या हैं मूर्ति के चमत्कार

जाम सांवली वह स्थान है जहां सभी की नैया पार लगी है। हनुमान जी के समीप प्रांगण में मानसिक रोगी और भक्तों की हाजरी लगती है, और सभी की मनोकामना पूरी होती है। मान्यता है कि यह वह स्थान है जहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटा है।

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Ravi Singh
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Jamsanwali Temple Ram Bhakta
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Jamsavli Mandir : कलयुग में सिद्ध हो देव तुम्ही, हनुमान तुम्हारा क्या कहना...श्री राम भक्त हनुमान को कलयुग का देवता माना जाता है।  हनुमान जी अपने भक्तों से बहुत जल्द खुश हो जाते हैं। अपने भक्तों के सभी संकट को पल भर में दूर कर देते हैं, इसलिए कलयुग के देव हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। देश में हनुमान जी के लाखों मंदिर हैं, लेकिन छिंदवाड़ा के जाम सांवली में हनुमान जी का ऐसा चमत्कारी मंदिर है जो किसी रहस्य से कम नहीं। मंदिर में आने के बाद सभी को अपने रोगों से मुक्ति मिल जाती है।

हनुमान जी की नाभि से जलधारा बहती है 

जाम सांवली मंदिर की सबसे खास बात यह है कि हनुमान जी यहां विश्राम अवस्था में विराजित हैं। मंदिर में हनुमान जी निद्रा अवस्था में विराजमान हैं। मूर्ति कहां से आई और इसकी स्थापना किसने की है इसका कोई प्रमाण मिलता। मंदिर 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। हनुमान जी की नाभि से जलधारा बहती रहती है। 

हनुमान जी ने यहां किया था विश्राम

मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा एक विशाल पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम अवस्था में है। माना जाता है कि जब रावण के पुत्र इंद्रजीत से युद्ध में लक्ष्मण घायल हो गए थे। तब हनुमान जी को संजीवनी बूटी लेने गए थे और वापस आते समय हनुमान जी ने यहां विश्राम किया था।

Jamsavli hanuman Mandir madhya pradesh India way from Chhi… | Flickr

भूत–प्रेत से मिलती है मुक्ति

हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से एक जलधारा से मंदिर में आने वाले श्रद्धालु प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। लोगों का मानना है कि नाभि से निकलने वाले पानी को पीने के बाद भूत प्रेत बाधा मानसिक विकार जैसी समस्या से मुक्ति मिलती है।

रोगों से मुक्ति मिलती है 

मान्यता है कि हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से जो जल बहता रहता है वह बहुत ही चमत्कारी पानी है। इस जल में त्वचा और मानसिक रोगों को ठीक करने की चमत्कारी शक्ति है। मंदिर में बीमार लोग तब तक रहते हैं जब तक वो ठीक नहीं होते। बीमार व्यक्ति को कोई भी दवा नहीं दी जाती है।

कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता

जाम सांवली वह स्थान है जहां कइयों की नैया पार लगी है। हनुमान जी के समीप प्रांगण में मानसिक रोगी समेत कइयों की हाजरी लगती है, और सभी की मनोकामना पूरी होती है। मान्यता है कि यह वह स्थान है जहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटा है।

यहां है जामसांवली हनुमान मंदिर 

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जाम सांवली मंदिर है। मंदिर लगभग 100 साल पुराना यह मंदिर लगभग 22 एकड़ भूमि पर बना है। मंदिर में रोज हजारों भक्त हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं। मंगलवार और शनिवार के दिन भक्तों की संख्या बढ़ जाती है।

ravi kushwah

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