ग्वालियर के चर्चित जसवंत गिल उर्फ सोनी सरदार हत्याकांड में खालिस्तानी शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह की रिमांड आखिरकार ग्वालियर पुलिस को मिल गई है। ये दोनों शूटर्स आतंकी अर्श डल्ला के गुर्गे हैं। पंजाब पुलिस ने बुधवार 25 दिसंबर को विशेष सुरक्षा के साथ इन दोनों शूटर्स को ग्वालियर के डबरा थाने पहुंचाया, इसके बाद दोनों कोर्ट में पेश किया गया। दरअसल, हत्याकांड में कनाडा और खालिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद यह केस हाई प्रोफाइल हो गया था। ग्वालियर पुलिस लगातार शूटर्स की रिमांड मांग कर रही थी, लेकिन अब एक महिने के बाद पुलिस को रिमांड मिली है।
8 साल पुरानी बदले की कहानी
दरअसल जसवंत गिल उर्फ सोनी सरदार का मर्डर 8 साल पुरानी बदले की कहानी का हिस्सा था। जसवंत गिल ने 5 फरवरी 2016 को अपनी पत्नी के ममेरे भाई सुखविंदर सिंह की हत्या की थी। सुखविंदर के पिता राजविंदर और मां बलविंदर कौर को भी गोली मारी गई थी, लेकिन वे बच गए थे। इस हत्याकांड के बाद जसवंत के खिलाफ बदला लेने के लिए उसकी हत्या की सुपारी दी गई थी। कनाडा में बैठे रिश्तेदार सतपाल सिंह ने 2.5 लाख रुपये में सुपारी दी और खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के शूटर नवजोत और अनमोलप्रीत को हायर किया था।
7 नवंबर को हुई थी जसवंत सिंह की हत्या
7 नवंबर की शाम को डबरा में गोपालबाग सिटी निवासी जसवंत सिंह अपने घर के पास टहल रहा था, तभी बाइक पर सवार दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। फायरिंग में जसवंत की मौके पर मौत हो गई थी। यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी। फायरिंग के बाद हमलावर फरार हो गए। इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। जसवंत सिंह 15 दिन की पैरोल पर जेल से आया था। जसवंत ने अवैध संबंध के शक में इस वारदात को अंजाम दिया था। इसी मामले में अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
24 घंटे में हुई शूटर्स की पहचान
मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर शूटर्स की पहचान कर ली। जांच में पंजाब के शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह की पहचान की गई। दोनों शूटर्स का कनेक्शन कनाडा और खालिस्तानी गैंगस्टर अर्श डल्ला से सामने आया। इसके बाद यह हत्याकांड और भी ज्यादा हाईप्रोफाइल बन गया।
पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार
ग्वालियर पुलिस से इनपुट मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने मामले तत्काल एक्शन लिया। पंजाब पुलिस ने शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को मोहाली और बरनाला से गिरफ्तार किया था। दोनों शूटरों पर फरीदकोट में एक कैशियर के मर्डर का भी आरोप है। अब ग्वालियर पुलिस को इन शूटरों की पुलिस रिमांड मिली है, जिससे पुलिस हत्या के पूरी साजिश का खुलासा करने की तैयारी में है।
पुलिस पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज
पुलिस अब इन शूटरों से पूछताछ करेगी ताकि यह जान सके कि उन्हें किसने संपर्क किया, कनाडा से उनकी लिंक किसने जोड़ी, पुलिस यह भी पता करेगी कि हत्या के लिए कितनी रकम थी, और कितना पैसा पहले और कितना बाद दिया गया। इन शूटरों को किसने और कहां ठहराया था। दोनों ने किस तरह वारदात को अंजाम दिया। ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह के मुताबिक, इस मामले में अभी और कड़ी जुड़ना बाकी है।
जसवंत की हत्या का मकसद और शूटरों का नेटवर्क
जसवंत की हत्या का मकसद 8 साल पहले हुई सुखविंदर की हत्या का बदला लेना था। इस साजिश में सतपाल ने अपनी ससुराल के कनेक्शन पर पंजाब से शूटर्स भेजे। डबरा के अजय कुमार ने शूटर्स को ठहराने के लिए होटल बुक कराया और उनकी मदद की। पुलिस ने अजय को गिरफ्तार कर लिया है, और अब हरजीते उर्फ जीता सरदार की तलाश जारी है, जिसने सुपारी की रकम इन शूटरों तक पहुंचाई थी।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक