सिंहस्थ 2028 से पहले झाबुआ को मिलेगा एयर कनेक्टिविटी बूस्ट, गोपालपुरा एयरस्ट्रिप का होगा विस्तार

सिंहस्थ 2028 को देखते हुए झाबुआ की गोपालपुरा हवाई पट्टी का विस्तार 95.37 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य छोटे विमानों की लैंडिंग सुविधा विकसित करना है ताकि VIP, श्रद्धालु और अधिकारी सीधे हवाई मार्ग से आयोजन स्थल से जुड़ सकें।

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Abhilasha Saksena Chakraborty
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Jhabua Airstrip Expansion
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MP News: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में गोपालपुरा हवाई पट्टी का विस्तार किया जा रहा है। यह कदम उज्जैन सिंहस्थ 2028 के आयोजन को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इस परियोजना में 95.37 करोड़ रुपए की लागत से रनवे, हेलीपैड, हैंगर, प्रशासकीय भवन और अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।

क्यों जरूरी है हवाई पट्टी का विस्तार

झाबुआ की हवाई पट्टी वर्तमान में सिर्फ वीआईपी हेलीकॉप्टर लैंडिंग तक सीमित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार इस हवाई पट्टी का उपयोग कर चुके हैं। चूंकि उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ महाकुंभ 2028 (Simhastha Mahakumbh 2028) में लाखों श्रद्धालु, वीआईपी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे, ऐसे में पास के जिलों में हवाई संपर्क अत्यंत आवश्यक होगा। इसीलिए झाबुआ को वैकल्पिक विमानन हब के रूप में विकसित करने की योजना है।

1660 मीटर लंबा होगा नया रनवे

गोपालपुरा एयरस्ट्रिप की मौजूदा लंबाई 792 मीटर है, जिसे बढ़ाकर 1660 मीटर किया जाएगा। रनवे की चौड़ाई पहले की तरह 30 मीटर ही रहेगी, जो छोटे विमानों की लैंडिंग के लिए उपयुक्त मानी जाती है। यह विस्तार सिंहस्थ के दौरान यात्रियों की सीधी हवाई सुविधा सुनिश्चित करेगा।

भूमि अधिग्रहण और निर्माण योजनाएं

इस परियोजना को पूरा करने के लिए कुल 120 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। इसमें से 23.62 हेक्टेयर जमीन पहले से ही एयरस्ट्रिप के नाम दर्ज है। करीब 71.33 हेक्टेयर वन भूमि और 0.41 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जबकि 24.64 हेक्टेयर शासकीय भूमि को इसके लिए उपयोग में लाया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया जिला कलेक्टर नेहा मीना की निगरानी में चल रही है, जिन्होंने विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर विमानन विभाग को भेज दिया है।

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निर्माण कार्यों में क्या-क्या होगा

हवाई पट्टी के विस्तार के दौरान कई काम किए जाएँगे। दो हेलीपैड बनाए जाएंगे ताकि हेलीकॉप्टर की लैंडिंग की सुविधा बढ़ायी जा सके। विमान पार्किंग के लिए 2250 वर्ग मीटर में एक विशाल हैंगर प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक गतिविधियों के संचालन के लिए 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र में एक कार्यालय भवन बनाया जाएगा। कर्मचारियों के लिए दो आवासीय इकाइयां (आई-टाइप) भी निर्मित की जाएंगी। जल निकासी और आवागमन की सुविधा के लिए 70 मीटर चौड़ी पुलिया का निर्माण होगा। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे परिसर के चारों ओर 6621 मीटर लंबी और 2.10 मीटर ऊंची बाउंड्री वॉल भी तैयार की जाएगी।

सिंहस्थ 2028 के लिए कैसे होगा उपयोग

सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में आयोजित होता है, लेकिन आसपास के जिलों जैसे झाबुआ से सीधा हवाई संपर्क यात्रियों और प्रशासन दोनों के लिए सहायक होगा। यह एयरस्ट्रिप पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली और पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के अंतर्गत सूचीबद्ध है।

झाबुआ की भौगोलिक स्थिति इसे पश्चिमी मध्यप्रदेश में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है। कलेक्टर नेहा मीना ने बताया, "यह प्रस्ताव सिंहस्थ जैसे बड़े आयोजन के लिए जरूरी है और हम इसकी जल्द मंजूरी की अपेक्षा कर रहे हैं। इससे जिले के विकास को भी गति मिलेगी।"

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