INDORE. जीतू यादव उर्फ जाटव को बीजेपी ने पार्षद कमलेश कालरा के घर गुंडों को भेजकर कराई गई दिनदहाड़े गुंडागर्दी के चलते 11 जनवरी को पार्टी से बाहर कर दिया। इसके बाद से ही पुलिस उन्हें ढूंढती रही और वह भागते-छिपते रहे। शुक्रवार देर रात को एसीपी जूनी इंदौर के पास पहुंचे और वाइस सेंपल दिए और चलते बने। पुलिस ने अभी तक न उन्हें आरोपी बनाया, न केस दर्ज किया और न ही गिरफ्तारी ली। इस मामले में अब पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य गौड़ मुखर हुए हैं और सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर यह बोला।
एकलव्य गौड़ ने यह कहा
एकलव्य गौड़ जो हिदंरक्षक के राष्ट्रीय संयोजक है, उन्होंने अपने सोशल एकाउंट पर लिखा कि- समरथ को नहीं दोष गोसाईं। यानी उनका इशारा है कि जीतू यादव समर्थ, ताकतवर है इसलिए उसे कोई दोष देने को और आरोपी बनाने के लिए तैयार नहीं है। इस तरह उन्होंने पुलिस और जीतू यादव की सांठगांठ के साथ ही इंदौर विधानसभा दो की ओर हमला किया है।
रामचरितमानस से है यह वाक्य
SANगोस्वामी तुलसीदास ने अपनी रचना 'रामचरितमानस' में यह बात कही गई है - समरथ को नहीं दोष गोसाईं अर्थात समर्थ व्यक्ति उचित-अनुचित जो कुछ भी करता है,वही नियम और परम्परा बन जाया करता है । कोई भी उसमें दोष नहीं निकाल सकता और उसके कार्यों के आगे प्रश्न-चिह्न भी नहीं लगा सकता।
इस पूरे घटनाक्रम में एकलव्य के मैसेज रहे चर्चा में...
- 4 जनवरी को इस घटना के बाद जब जीतू पर कार्रवाई नहीं हो रही थी तब एकलव्य ने 8 जनवरी को लिखा कि- समर शेष है नहीं पाप का भागी केवल व्याध, जो तटस्थ है समय लिखेगा उनके भी अपराध है। यानी जो पीड़िता कालरा का साथ नहीं दे रहा है वह भी अपराध कर रहा है। उस समय बीजेपी ने कोई एक्शन नहीं लिया था।
- इसके बाद 9 जनवरी को लिखा कि- याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष महाभीषण होगा। यानी जीतू के किए कांड सभी जगह बताने के बाद भी एक्शन नहीं होने पर यह चेतावनी के रूप में संदेश जारी हुआ था।
- वहीं 10 जनवरी को लिखा कि- पांचाली के चीरहरण पर जो चुप पाए जाते हैं, इतिहास के पन्नों में वो सब कायर कहलाते हैं। यह संदेश तब था कि जीतू पर हंगामे के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही कोई बीजेपी नेत चाहे सांसद हो, महापौर या फिर अन्य विधायक या फिर इंदौर से दोनों मंत्री, कुछ नहीं बोल रहे थे। एक तरह से सभी को कायर कहा गया।
- फिर 11 जनवरी को मैसेज किया कि- अभी तो यह अंगड़ाई है। आगे और लड़ाई है। यह तब मैसेज आया जब जीतू को पार्टी ने बाहर कर दिया लेकिन पुलिस ने जीतू को ना आरोपी बनाया और ना ही गिरफ्तार किया।
- और अब 26 जनवरी को मैसेज किया है कि- समरथ को नहीं दोष गोंसाई। यानी अभी भी स्थिति वही है जीतू पुलिस के सामने गया, वाइस सेंपल दिए और चलते बना, पुलिस ने ना आरोपी बनाया और ना ही गिरफ्तारी की। खुद कालरा ने भी पुलिस पर सवाल उठाए हैं और कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट जाने की बात कही है।