ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय ( Jiwaji University ) के खिलाफ छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है। छात्राओं ने विश्वविद्यालय के कुलगुरु के बंगले को घेर लिया है। छात्राओं का गुस्सा कुलगुरु पर इसलिए फूटा क्योंकि विश्वविद्यालय के अंतर्गत विजया राजे गर्ल्स कॉलेज में पढ़ने वाली 1300 में से 950 छात्राओं के तीन विषयों में जीरो नंबर आए हैं।
दरअसल, 11 सितंबर को जीवाजी विश्वविद्यालय को रिजल्ट जारी हुआ। रिजल्ट में विश्वविद्यालय की 1300 छात्राओं में 950 छात्राओं को जीरो नंबर दिए गए हैं। साथ ही बीकॉम फर्स्ट ईयर में जिन छात्राओं ने टॉप किया था, उन छात्राओं के भी जीरो नंबर आए हैं।
छात्राओं और पुलिस के बीच झड़प
छात्राओं ने कुलगुरु के बंगले के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान पुलिस और छात्राओं के बीच झड़प भी हुई है। वहीं धरना प्रदर्शन की सूचना पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन के लोग आनन-फानन में मौके पर पहुंचे थे। परीक्षा नियंत्रक और एसडीएम छात्राओं को मनाने में जुटे हुए हैं, साथ ही रजिस्ट्रार ने छात्राओं से मुलाकात करने की बात कही है।
एक्सपर्ट करें कॉपी चेक - छात्राएं
विजया राजे गर्ल्स कॉलेज में बी.कॉम सेकेंड ईयर की छात्रा दीपा तोमर का कहना है कि 11 सितंबर को रिजल्ट घोषित किया गया था जिसमें दो से तीन सब्जेक्ट में मेरे जीरो नंबर आए थे। सिर्फ मेरे ही जीरो नंबर आए लेकिन बाद में मुझे पता चला कि 1300 छात्राओं में 950 छात्राओं को जीरो नंबर हैं। मैंने पेपर में 25 से 30 पेज लिखे इस हिसाब से भी मुझे नंबर देते तो मेरे कम से कम 20 नंबर तो आना थे। साथ ही उनका कहना है कि 90 लड़कियों को फेल किया गया है। 200 से 300 लड़कियों की पास हुई हैं।
प्राइवेट का रिजल्ट क्यों खराब नहीं होता - छात्राएं
फेल छात्राओं में से एक शिवानी का कहना है कि किसी भी स्टूडेंट को जीरो या एक, दो नंबर कैसे आ सकते हैं, हम यहाँ रिजल्ट के बारे में बात करने आए तो कोई मिलना नहीं चाहता उल्टा हमें भगा देता है ये सब कुलगुरु के कारण हो रहा है, छात्रा ने आरोप लगाया कि केवल सरकारी कॉलेज का ही रिजल्ट खराब होता है किसी प्राइवेट कॉलेज का रिजल्ट खराब क्यों नहीं होता है।
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