GWALIOR. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस जबरदस्त हलचल है, लेकिन इसका कोई बड़ा असर ग्वालियर में नहीं दिखाई दे रहा है, हालांकि ग्वालियर-चंबल में इसका मामूली असर हो सकता है। इसकी कई वजह हैं। स्थानीय कांग्रेस ने भी पार्टी में पूर्ण आस्था जताई है और कहा कि वे कांग्रेस के सिपाही हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे।
यहां बता दें, कमलनाथ के साथ बीजेपी जॉइन करने वालों की लिस्ट में ग्वालियर के विधायक सतीश सिंह सिकरवार और उनकी मेयर पत्नी शोभा सिकरवार का नाम भी सुर्खियों में है, जबकि मुरैना के कांग्रेस विधायक दिनेश गुर्जर और मुरैना महापौर शारदा सोलंकी के बीजेपी में शामिल होने से इनकार किया जा रहा है।
मेयर बंगले पर गोपनीय बैठक
सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस की गोपनीय बैठक मेयर के बंगले पर बुलाई गई। जिसमें कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सुनील शर्माख् जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, विधायक सतीश सिंह सिकरवार, मेयर शोभा सिकरवार, अनेक पार्षद समेत कई नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार और उनकी मेयर पत्नी ने अटकलों को निराधार बताया
कांग्रेस में जाने की अटकलों पर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार और उनकी महापौर पत्नी शोभा सिंह सिकरवार ने विराम दिया है। उन्होंने खुद को कांग्रेस का सच्चा सिपाही बताया और कहा कि वह कांग्रेस के साथ हैं। कमलनाथ के पार्टी छोड़ने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि वे जा रहे होंगे। क्या परिस्थितियां रही होंगी यह वो ही जानते हैं। वहीं, विधायक की पत्नी और ग्वालियर महापौर शोभा सिकरवार ने कहा कि जो खबरें उनके बारे में चल रही हैं, वह निराधार हैं।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने क्या कहा ?
कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने कहा कि कमलनाथ के विषय में जो खबरें चल रही हैं, वह निराधार हैं। कमलनाथजी कांग्रेस पार्टी के साथ ही रहेंगे। आपात बैठक बुलाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बैठक राहुल गांधी की न्याय यात्रा के संदर्भ में रखी गई थी। वहीं, नगर निगम का 20 फरवरी को बजट पेश होना है, इसे लेकर सभी पार्षदों के साथ चर्चा की गई है। बैठक समाप्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद और राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए।
सिंधिया ने करा चुके 5 कांग्रेस पार्षदों को बीजेपी जॉइन
एक सप्ताह पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पांच कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों को बीजेपी में शामिल करा दिया था। कांग्रेस से जुड़े लोगों के बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला लगातार चल रहा है।