गर्ल्स फुटबॉल में नई उड़ान, कासलीवाल ट्रॉफी में दिखा उत्साह

इंदौर में 39वीं बॉयज और चौथी गर्ल्स कासलीवाल इंटर-स्कूल फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन हुआ। इस बार गर्ल्स फुटबॉल में उत्साह बढ़ा, जिसमें 21 स्कूलों ने भाग लिया। डेली कॉलेज की गर्ल्स टीम ने केंद्रीय विद्यालय-1 को हराकर जीत दर्ज की।

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The Sootr
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Photograph: (The Sootr)

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INDORE. डेली कॉलेज इंदौर में आयोजित 39वीं बॉयज और 4थीं गर्ल्स कासलीवाल इंटर-स्कूल फुटबॉल प्रतियोगिता 2025 का भव्य समापन हुआ। इस बार का टूर्नामेंट कई मायनों में खास रहा। खासकर गर्ल्स फुटबॉल में भागीदारी ने सबका ध्यान खींचा।

दो साल पहले तक बहुत कम स्कूल इस वर्ग में टीम भेजते थे, लेकिन प्राचार्या डॉ. गुनमीत बिंद्रा के निरंतर प्रयास और प्रोत्साहन ने तस्वीर बदल दी। नतीजा यह हुआ कि इस साल 21 स्कूलों ने गर्ल्स फुटबॉल में हिस्सा लिया और मैदान पर जोश और उत्साह देखने लायक रहा।

मुकाबले में खेले गए कुल 117 मैच

कासलीवाल ट्रॉफी इंदौर और आसपास के स्कूलों के लिए फुटबॉल का सबसे बड़ा मंच मानी जाती है। इस बार प्रतियोगिता में टीमों की संख्या भी बढ़ी। बॉयज वर्ग में जहां पिछले साल 24 टीमों ने भाग लिया था, वहीं इस साल 32 टीमें उतरीं। गर्ल्स वर्ग में भी 17 से बढ़कर 21 टीमें पहुंचीं। इसी वजह से मैचों की संख्या भी बढ़ी और कुल 117 रोमांचक मुकाबले खेले गए।

डेली कॉलेज ने अपने नाम किया खिताब

फाइनल मुकाबले बेहद संघर्षपूर्ण रहे। गर्ल्स वर्ग के फाइनल में डेली कॉलेज की टीम ने केंद्रीय विद्यालय-1 को हराकर खिताब अपने नाम किया। टीम की जीत में प्रियम शर्मा का किया गया गोल निर्णायक रहा। वहीं बॉयज फाइनल में डेली कॉलेज ने एन.डी.पी.एस. को 2-1 से मात देकर जीत दर्ज की। इस मैच में धैर्य नंदा ने शानदार प्रदर्शन किया और मैन ऑफ द मैच चुने गए।

गर्ल्स वर्ग में सेंट रैफल्स स्कूल द्वितीय उपविजेता और केंद्रीय विद्यालय-1 उपविजेता रहा। बॉयज वर्ग में केंद्रीय विद्यालय-1 को तीसरा स्थान मिला जबकि एन.डी.पी.एस. उपविजेता रही।

खिलाड़ियों को दिए गए विशेष पुरस्कार 

खिलाड़ियों को विशेष पुरस्कार भी दिए गए। गर्ल्स वर्ग में सेंट रैफल्स की तनीषा श्रीवास्तव सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर, डेली कॉलेज की साची सिंह बुंदेला सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर, केंद्रीय विद्यालय-1 की कनिष्का चौहान सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर और डेली कॉलेज की बबली सिंह कंवर को टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। बॉयज़ वर्ग में एन.डी.पी.एस. के मीत ओबेरॉय सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर, डेली कॉलेज के श्रीहर्ष बिंदल सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर, केंद्रीय विद्यालय-1 के प्रवीण आचले सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर और डेली कॉलेज के सक्षम जैन बेंजामिन को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लोकेश कासलीवाल मौजूद रहे, जो डेली कॉलेज के पूर्व छात्र और इंदौर के जाने-माने उद्योगपति हैं। इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. गुनमीत बिंद्रा, उप-प्राचार्य सोमेन सिन्हाबाबू, बर्सर हर्षवर्धन सिंह पूर्नी, स्पोर्ट्स कोऑर्डिनेटर हरदीप सिंह गिल और कॉलेज स्टाफ सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।

फुटबॉल अब सिर्फ लड़कों का खेल नहीं रहा

कासलीवाल ट्रॉफी 2025 ने यह साफ कर दिया कि फुटबॉल अब सिर्फ लड़कों का खेल नहीं रहा। डॉ. गुनमीत बिंद्रा के नेतृत्व और उनके प्रयासों ने लड़कियों को भी मैदान में उतारकर अपनी पहचान बनाने का आत्मविश्वास दिया है। खेल के प्रति यह बढ़ता उत्साह आने वाले समय में और भी बड़े परिणाम लाएगा। MP News

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