/sootr/media/media_files/dovxvWN6lY0cmuue2Gzh.png)
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में चार दिनों से चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई में अधिकारियों के हाथ मानो कुबेर का खजाना लगा है, जो 150 करोड़ से अधिक का बताया जा रहा है।
छापे में क्या मिला
यह रकम कटनी में आयकर विभाग ( income tax ki chhapemari ) द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी जब्ती मानी जा रही है। इसके साथ ही विभाग ने बड़ी संख्या में दस्तावेजों को भी जब्त किया है जिनकी जांच की जा रही है। इसमें नकदी, सोना-चांदी, शेयर मार्किट के दस्तावेज सहित कई बेनामी संपत्ति के कागजात जो देश सहित विदेशों में खरीदी गई को जब्त किया गया है।
कारोबारियों में दहशत का माहौल
कटनी के बड़े कारोबारियों में शुमार अनिल केवलानी और मनीष गेई के घर, ऑफिस, मील, मॉल सहित अन्य ठिकानों में गुरुवार सुबह से इनकम टैक्स की कार्रवाई शिरु की गई थी।इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित रायपुर के 100 से अधिक आईटी अधिकारियों की टीम करीब 50 लग्ज़री गाड़ियों में सवार होकर कटनी पहुंची थी। इन्होंने जांच दौरान विदेश में खरीदी गई अनेक संपत्ति, देश भर में शेयर मार्केट में किया गया इन्वेस्टमेंट के कई अहम दस्तावेजों को जब्त किया है। इसके साथ ही आयकर विभाग को दोनों व्यापारियों के ठिकानों से सोना-चांदी, हीरे के जेवरात सहित बड़ी मात्रा में नकदी भी मिली है, जो करीब 150 करोड़ से अधिक की बताई जा रही है।
ये भी पढ़ें...
इंतिहा हो गई इंतजार की अब MPPSC उम्मीदवारों ने मांगी इच्छामृत्यु
इनकम टैक्स की कार्रवाई रंग लाई
इनकम टैक्स की टीम लंबे वक्त से दोनों ही व्यापारियों पर नजर बनाए रखे हुए थी, जो मौका मिलते ही दोनों ही व्यापारियों के दर्जनों ठिकानों पर दबिश देते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया है। सूत्रों के मुताबिक, कटनी में चल रही कार्रवाई का संबंध पंजाब के किसी बड़े संस्था से जोड़कर देखा जा रहा है ( Income Tax Raid in katni)।
वहीं, दोनों व्यापारियों का कारोबार मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में फैला हुआ है। एक तरफ जहां अनिल केलवानी का कारोबार मैदा, दाल, राइस मिल सहित अन्य कारोबार है। तो मनीष गेई होटल, मॉल, दाल मील और भी कई बड़े कारोबार करते हैं, जिनके माधवनगर स्थित घर, ऑफिस और अन्य स्थानों पर जांच दौरान 150 करोड़ से ज्यादा का कैश मिला है। बावजूद इसके पूरी कार्रवाई लगातार जारी है। जो करीब दो दिन और चलाने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं, आयकर विभाग की कार्रवाई से माधवनगर के अन्य बड़े कारोबारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।